शिमला, 14 जुलाई : सीबीआई ने पांच लाख की रिश्वत लेने के आरोप में नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी) के मुख्य महाप्रबंधक और दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनमें नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी) फरीदाबाद (हरियाणा) के मुख्य महाप्रबंधक (वित्त) के अलावा निजी कंपनी के वरिष्ठ महाप्रबंधकर रिश्वत देने वाला शख्स शामिल हैं।
मामले के अनुसार नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी) के मुख्य महाप्रबंधक (वित्त), निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम) के वरिष्ठ महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट), एक निजी व्यक्ति, मुम्बई स्थित एक निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम) व अन्य अज्ञातों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई थी। निजी कम्पनी कुल्लू के निकट स्थित एनएचपीसी के पार्वती हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (स्टेज-II) में कार्य कर रही थी। पार्वती परियोजना में चल रहे कार्य के लिए 5.26 करोड़ से अधिक के बिल लंबित थे।
कम्पनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनएचपीसी के अधिकारी से भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने का अनुरोध किया और इसके लिए उसने पांच लाख की रिश्वत मांगी।
दरअसल उक्त निजी कम्पनी के 1.36 करोड़ एवं 1.9 करोड़ के दो दावे और 2 करोड़ के कुछ अतिरिक्त बिल लम्बित थे। निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम) के वरिष्ठ महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट) ने सीजीएम (वित्त), एनएचपीसी से उक्त भुगतान को शीघ्र करने का आग्रह किया, जिसके लिए सीजीएम (वित्त), एनएचपीसी ने रिश्वत की मांग की।
इस पर सीबीआई ने जाल बिछाया और नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी) के मुख्य महाप्रबन्धक (वित्त) को 5 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम) के वरिष्ठ महाप्रबंधक (रिश्वत देने वाला व्यक्ति) तथा रिश्वत ले जाने वाले व्यक्ति को भी पकड़ा गया।
इस मामले में कुल्लू के अलावा हरियाणा के फरीदाबाद तथा दिल्ली में तलाशी के दौरान आरोपियों की संपत्ति और वित्तीय लेन देन के दस्तावेज सहित आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार सभी आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।