नाहन, 29 जून : ट्रांस गिरि में टिम्बी खड्ड के किनारे मंगलवार सुबह एक हृदय विदारक (heart breaking) नजारा था। एक साथ 9 चिताओं (Dead Bodies) को देख मानो पहाड़ भी सिसक रहे थे और पानी भी आंसू बहा रहा था। मानवीय भूल के कारण हर साल सैंकड़ों लोग अपना अनमोल जीवन खो देते हैं। लेकिन ऐसा मंजर शायद पहली मर्तबा ही सामने आया हो, जब 11 मृतकों में से 9 की उम्र 12 से 26 साल के बीच हो।
टिम्बी खड्ड के किनारे ऐसा मातम (weeds) पसरा हुआ था, मानो कुदरत (Nature) को भी अपने फैसले पर पछतावा (penitence) हो रहा हो। शायद ही कोई आंख ऐसी थी, जो नम न हो। कुदरत की विडंबना देखिए कि चडेउ गांव में दुल्हन के घर आने का इंतजार हो रहा था, वहीं शवों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। कुदरत का ये भी फैसला देखिए कि एक अधेड़ उम्र के पिता को अपनी दो बेटों की अर्थियों का कंधा देकर दाह संस्कार करना पड़ा।
हादसे का दर्द दिल्ली तक भी पहुंचा। प्रधानमंत्री सहित राष्ट्रपति ने भी शोकाकुल परिवारों को सांत्वना (consolation) प्रकट कर दुख की घड़ी में साथ होने की बात की। उल्लेखनीय है कि शवों का मौके पर ही पोस्टमार्टम (autopsy) कर दिया गया। मंगलवार को ही पीजीआई (PGI) में 21 साल के अक्षय भी जिंदगी की जंग हार गया। बताया जा रहा है कि अक्षय अपने परिवार का इकलौता (Only Son) चिराग था।
सोचिए, हादसा कितना भयावक रहा होगा कि वाहन में सवार 12 में से 11 ने दम तोड़ दिया। अब केवल एकमात्र 57 वर्षीय कमनाराम ही पीजीआई में जिंदगी व मौत के बीच लड़ाई लड़ रहा है।
दिल पसीज देने वाले सामूहिक अंतिम संस्कार (mass funeral) की घटना के बाद से इलाके के सैंकड़ों घरों में चूल्हा नहीं जला है। अगर पिता ने अपना बेटा खोया तो किसी ने अपना भतीजा या भांजा। टिम्बी खड्ड के किनारे ही 21 साल के अक्षय का भी अंतिम संस्कार होना है, जिसने पीजीआई में दम तोड़ दिया। केवल एक ही शव का अंतिम संस्कार कांडो भटनोल में किया गया।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने कहा कि एक ही जगह 9 अल्पायु में मोक्ष को प्राप्त हुए युवाओं का अंतिम संस्कार हुआ। डीएसपी ने बताया कि एक घायल ने आज सुबह दम तोड़ दिया।
पिता ने खोए 17 व 19 साल के बेटे…
हादसे में बलिया राम ने अपने दो जवान बेटों को खो दिया। आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि एक साथ दो जवान बेटों को खोने वाले पिता के दिल पर क्या बीत रही होगी। हादसे में 19 वर्षीय सुरेश व 17 वर्षीय प्रवेश ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था। हादसे में मरने वाले तमाम लोग आपस में रिश्तेदार भी थे।