नाहन, 28 मई : सिरमौर के राजगढ़ उपमंडल में ब्राइला गांव का 40 वर्षीय शेखर जिंदगी की जंग हार गया। करीब 7-8 साल पहले पत्नी सरिता ने किडनी दान की थी। इसके बाद शेखर सामान्य जीवन जी रहा था, मगर अचानक ही बुधवार सुबह तबीयत बिगड़ने पर तुरंत ही सोलन ले जाया गया, जहां से चंडीगढ़ रैफर किया गया था।
दिवंगत शेखर के पिता आज्ञा दत्त शर्मा समूचे इलाके की एक नामी शख्सियत हैं। इकलौते बेटे के अचानक दुनिया से चले जाने पर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शुक्रवार को शेखर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। करीब 8-9 साल पहले शेखर की दोनों किडनियां खराब हो गई थी। दक्षिण भारत के एक नामी स्वास्थ्य संस्थान में शेखर का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था। इसके लिए लोगों ने लाखों रुपए की धनराशि भी जुटाई थी।
बता दें कि शेखर ने ही राजगढ़ में पहला कंप्यूटर सैंटर स्थापित किया था। परिवार को करीब से जानने वाले लोगों ने बताया कि पत्नी सविता ने न केवल किडनी दान में कोई संकोच किया था, बल्कि शेखर की जीवन रक्षा के लिए दिन-रात एक किया हुआ था। जानकारी के मुताबिक कुछ समय से ट्रांसप्लांट की गई किडनी स्पोर्ट नहीं कर रही थी, लिहाजा दोबारा डायलिसिज शुरू हो गया था। सिरमौर कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता दिनेश आर्या ने कहा कि पिता के साथ-साथ दिवंगत शेखर का समाज में अमूल्य योगदान रहा है।
उधर, अल्पायु में क्षेत्र के दो लोगों की कोविड से भी मृत्यु हुई है। छोगटाली के रहने वाले 38 वर्षीय ठेकेदार अरुण शर्मा का कोविड से नाहन में निधन हो गया था, वहीं कोटला बागी के रहने वाले 40 वर्षीय रणवीर भी कोविड से जंग हार गए थे। इसके अलावा इलाके के 55 वर्षीय पैटीशियन राइटर के भी निधन से इलाके को गमगीन होना पड़ा।