मंडी , 13 मार्च : अगर आपकी शादी नहीं हो रही या शादी में कुंडली बाधा बन रही है, तो मंडी के देव बाला कामेश्वर बन्यूरी की शरण में जाएं। देवता बिना कुंडली मिलान के ही अपने दरबार में शादी करवा देते हैं। देव बाला कामेश्वर बन्यूरी का शिवरात्रि महोत्सव में भी विशेष स्थान है। अब तक ऐसे सैकड़ों लोग देवता की शरण में जाकर शादी कर चुके हैं और सुखी वैवाहिक जीवन जी रहे हैं।
देवता शारीरिक बीमारियों को भी चुटकियों में खत्म कर देते हैं। देवता के पास 18 प्रकार की शारीरिक बीमारियों को खत्म करने की शक्ति है। इसमें चरम रोग व पेट की तमाम बीमारियां शामिल हैं। इसके चलते इस देव को 18 व्याधियों का भंडारी भी कहा जाता है। वहीं अगर बात करें शिवरात्रि की तो इस दिन भी देव बाला कामेश्वर बन्यूरी में सैंकड़ों जोड़ों को वैवाहिक बंधन में बांधा जाता है।
देव बाला कामेश्वर बन्युरी को लेकर मान्यता मान्यता अनुसार बताया जाता है कि एक बार मंडी जनपद में भयंकर बीमारी फैल गई। जब बीमारी ने भयंकर रूप धारण कर लिया तो राजा ने इस बीमारी को दूर करने के लिए जनपद के सभी देवताओं की परीक्षा लेनी चाहिए। उन्होंने सभी देवताओं को मंडी बुलाया और कहा कि जो इस बीमारी को दूर करेगा, उसे जागीर दी जाएगी।
देव बाला कामेश्वर ने इस बीमारी को चुटकियों में खत्म कर दिया। इसके बाद राजा ने उन्हें शिवरात्रि महोत्सव में निमंत्रण दिया और उचित सम्मान भी दिया। तब से लेकर देव बाला कामेश्वर शिवरात्रि मेले में आ रहे हैं।
दया कृष्ण मुख्य पुजारी देव बाला कामेश्वर बन्युरी देव बाला कामेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी दयाकृष्ण ने बताया कि देव बाला कामेश्वर बन्यूरी 12 कामेश्वर में सबसे बड़े देवता हैं। इन्हें कई नामों से जाना जाता है। देवता सूखा पड़ने पर बारिश भी करवाते हैं। बारिश के लिए लोग देवता की शरण में पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि देव बाला कामेश्वर के मंदिर में आकर अपनी कुंडलियों का मिलान कर शादी करते हैं। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पर मंदिर में काफी अधिक शादियां होती हैं।