लडभडोल/लक्की शर्मा
सिविल अस्पताल लड़भडोल को पिछले दिनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सिविल अस्पताल का दर्जा तो दे दिया गया परंतु सुरक्षा के नाम पर सुविधाएं ना के बराबर है। सिविल अस्पताल लड़भडोल में कार्यरत डॉ रोहित चौहान ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे यहां पर दो सालों से ड्यूटी पर है। पहले यहां पर डॉक्टर नहीं थे, अब डॉक्टरों की कमी को पूरा किया गया है परंतु अब सपोर्टिंग स्टाफ नहीं है।
सुबह 9:30 बजे से 4:00 बजे तक अस्पताल का कार्य सही रूप से चलता है इस समय तक सारा स्टाफ अस्पताल में होता है। परंतु इसके बाद 4:00 से 6:00 तक पूरा अस्पताल सुनसान होता है। इसमें सिर्फ एक ही डॉक्टर होता है। डॉक्टर खुद अकेले ही मरीज को हैंडल करता है। इन्होंने यह भी बताया कि शाम को 6:00 बजे क्लास फोर आता है, जो खुद ही नशे में रहता है, जिसके खिलाफ कई बार कंप्लेंट की है, परंतु सुनवाई नहीं हुई।
उन्होंने यह भी कहा कि 4:00 बजे के बाद लगभग लोग शराब पीकर आते हैं और लड़ाई झगड़े करते हैं। कई बार अस्पताल में महिला डॉक्टर भी अकेली होती है तो बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है, उन्होंने कहा कि गत रात्रि एक महिला डॉक्टर के साथ कुछ अज्ञात तत्वों द्वारा बदतमीजी की गई उन्होंने कहा कि इस संबंध में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले पहले बाहर देखने को नहीं मिले हैं उन्होंने सरकार प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल में सिक्योरिटी तथा सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था प्रदान की जाए।