जोगिंदरनगर/लक्की शर्मा
एशिया की पहली हौलेज वे सिस्टम ट्रॉली अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही थी। हाईकोर्ट की दखल के बाद अब पंजाब सरकार इसके रखरखाव व सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 2 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
जोगिंदरनगर स्थित शानन पावर हाउस से विंच कैंप तक लगभग 5 किलोमीटर लंबे ट्रैक की हालत बेहद चिंतनीय थी, लेकिन अब ट्रैक पर लगे स्लीपर को बदलने का काम जोरों पर जारी है। रोप-वे ट्रॉली को भी नया रूप दिया जा रहा है। महीने भर में हैरिटेज ट्रॉली नए रूप में दौड़ना शुरू कर देगी।
पंजाब सरकार अब इस ट्रॉली को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित करने जा रहा है। आने वाले दिनों में सैलानियों को भी इसका सफर करने का मौका मिल पाएगा।