कांगड़ा 21 जनवरी : चुनाव में प्रचार को एक अहम कड़ी माना जाता है। हर प्रत्याशी जो चुनाव लड़ता है, वह घर-घर जाकर प्रचार भी कर रहा होता है। उम्मीदवार लोगों से वोट देने की अपील करता है, लेकिन आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के धर्मशाला की शीला भेटेहड पंचायत में एक कोरोना से संक्रमित महिला घर-घर जानकर प्रचार किए बिना पंचायत प्रधान बन गई है। घर-घर जाकर वोट न मांगने के बावजूद भी जब चुनाव का परिणाम घोषित हुआ तो उनके सर पर जीत का ताज सजा हुआ था।
जी हां, दरअसल धर्मशाला की भेटेहड पंचायत में एक महिला ने प्रधान पद के लिए अपना नामांकन भरा, लेकिन प्रचार के दौरान उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। जिस कारण उन्हें होम आइसोलेशन पर रहना पड़ा। अब महिला घर-घर जाकर प्रचार नहीं कर सकती थी। हालांकि प्रधान पद की उम्मीदवार सुमन के लिए उनके पति ने वोट मांगे थे, लेकिन वह अन्य प्रत्याशियों की तरह खुद घर-घर जाकर वोट नहीं मांग सकती। सुमन ने बताया कि उन्होंने केवल सोशल मीडिया के माध्यम से ही प्रचार किया और वह ग्रामीणों से बात करती रही।
सुमन ने धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि पंचायत के लोगों ने उन पर इतना विश्वास जताया और उन्हें पंचायत प्रधान के पद पर निर्वाचित किया।