शिमला, 05 जनवरी : हिमाचल प्रदेश के चार जिलों शिमला, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू से रात का कर्फ्यू खत्म हो गया है। इस जिलों से करीब 41 दिनों बार रात्रि कर्फ्यू हटाया गया है। प्रदेश कैबिनेट की मंगलवार को आयोजित बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया है। कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की वजह से राज्य सरकार ने गत 24 नवंबर 2020 को इन चार जिलों में रात्रि कर्फ्यू लगाया था। इसके अलावा कैबिनेट ने प्रदेश में कोचिंग संस्थानों के संचालन की भी मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके लिए शिक्षा विभाग एसओपी जारी करेगा। राज्य में होने वाले आयोजनों व कार्यक्रमों में अधिकतम 50 लोगों के एकत्रित होने की सीमा जारी रहेगी। हालांकि पंचायत चुनाव के दूष्टिगत राज्य निर्वाचन आयोग को पंचायत चुनाव के दृष्टिगत प्रशिक्षण कार्यक्रमों में इससे छूट रहेगी।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया कि शिमला, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिलों में अब रात्रि कर्फ्यू नहीं लगाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के मामले नियंत्रण में आने पर कफर्यू हटाने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना के एक्टिव केस 8 हजार से कम होकर 1500 से नीचे आ गए हैं।
वहीं रिकवरी रेट 78 फीसदी से बढ़कर 95 फीसदी पहुंच गई है। मृत्यु दर में भी काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने प्रदेश भर में कोचिंग स्थानों को खोलने की मंजूरी प्रदान की है। इसके लिए शिक्षा विभाग नियमावली बनाकर एसओपी जारी करेगा। कोचिंग कक्षाओं में 50 फीसदी क्षमता के साथ ही विद्यार्थियों को बिठाने की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते प्रदेश में पूर्व में जारी दिशानिर्देश में सामाजिक समारोहों में 50 लोगों की शर्त जारी रहेगी। इसी तरह बसों में भी क्षमता से आधी सीटों पर ही लोग यात्रा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के चलते राज्य निर्वाचन आयोग को अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 50 लोगों की शर्त से छूट रहेगी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने शिमला, नालागढ़ और कांगड़ा के टांडा में मेक शिफ्ट अस्पतालों को तुरंत प्रभाव से क्रियाशील करने का फैसला लिया है। इन अस्पतालों में स्टाफ नर्स से लेकर चतुर्थ श्रेणी तक की भर्ती आउट सोर्स आधार पर होगी। जबकि डाॅक्टरों की नियुक्ति वाक इन इंटरव्यू से होगी।
राज्य निर्वाचन आयोग के आग्रह पर मंत्रिमण्डल ने आंतरिक बैठकों में 50 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं देने की शर्त में छूट देने का निर्णय लिया है। इससे आयोग को चुनाव से सम्बन्धित प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभावी तरीके से चलाने में मदद मिलेगी।
मंत्रिमण्डल ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वैक्सीन के उत्पादन के लिए देश के वैज्ञानिकों का भी आभार व्यक्त किया। मंत्रिमण्डल ने अमेरिका की डेटा फर्म माॅर्निंग कंसल्ट द्वारा देश में कोविड-19 महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ और सबसे लोकप्रिय राजनेता आंके जाने पर बधाई दी।