ऊना 10, दिसंबर : चंद रोज पहले जिस पुलिस कर्मी ने विधायक के भतीजे की जेसीबी का चालान काटा था, उस पुलिस कर्मी का तबादला कर दिया गया है। जिससे साफ हो गया है कि गगरेट क्षेत्र में खनन माफिया के हौसले बुलंद हो गए है। हालांकि पुलिस अधिकारी एसपी ऊना इस तबादला आदेशों को रूटीन की प्रक्रिया बता रहे है। पुलिस का दावा है कि उक्त पुलिस कर्मी के इलावा अन्य 22 और कर्मचारियों का तबादला किया गया है।
अवैध खनन पर कार्यवाई करने वाले पुलिस कर्मी के तबादले पर एसपी द्वारा दी जा रही यह दलील जनता के गले नहीं उतर रही है। पुलिस कर्मी को खनन माफिया ने पहले ही तबादले की धमकी दी थी। वही अहम बात यह है कि पुलिस कर्मी ने 29 अक्टूबर को ही गगरेट पुलिस थाना में अपनी ड्यूटी ज्वाइन की थी। हालांकि पुलिस कर्मी को खनन माफिया ने तबादले की धमकी के तुरंत बाद यह तबादला आदेश जारी होने से विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल जरूर उठ रहें है। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस ने किसके इशारे पर पुलिस कर्मी का तबादला किया या पुलिस विभाग की क्या मजबूरी थी कि उसे एक माह में बदलना पड़ा।
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उधर, एसपी अर्जित सेन ने बताया की इन तबादला आदेशों का जेसीबी के मामले कोई संबंध नहीं है। यह रूटीन की प्रक्रिया है, करीब 22 पुलिस कर्मचारियों के तबादला आदेश जारी किए गए है। खनन माफिया पर पुलिस की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।