शिमला, 22 सितंबर : देश के गृह मंत्रालय (Home Ministry) में देवभूमि का मान बढ़ा है। हिमाचल कैडर (Himachal Cadre) के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आसिफ जलाल (IPS Asif Jalal) को मंत्रालय में बतौर निदेशक (Director) जिम्मेदारी मिली है। राज्य सरकार ने आईपीएस की सैंट्रल डैपुटेशन (Central Deputation) को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। 2 अगस्त 1974 को जन्में आईपीएस आसिफ जलाल का कैरियर शानदार रहा है।
एमफिल (M. Phil) तक की पढ़ाई कर चुके तेजतर्रार आईपीएस जुलाई 2017 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति (Central deputation) से वापस लौटे थे। हालांकि, इस दौरान सीबीआई (CBI) में बतौर एसपी रहते हुए भी उन्हें राज्य में डीआईजी (DIG) के पद पर प्रमोशन मिल गई थी। वापस लौटने के बाद दक्षिणी रेंज (Southern Rang) की जिम्मेदारी मिल गई। इसके बाद स्टेट विजिलेंस (State Vigilance) व एंटी क्रप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) में आईजी की जिम्मेदारी संभालने के दौरान उन्हें केंद्र में नई जिम्मेदारी सौंप दी गई। पांच साल के लिए दोबारा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। जुलाई 2018 में आईपीएस आसिफ जलाल को डीजीपी डिस्क (DGP Disc) से भी अलंकृत किया गया था। आईपीएस अधिकारी ने एमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम (Emergency Response System) का क्रियान्वयन करने में अहम जिम्मेदारी निभाई थी। इस प्रणाली (System) को लागू करने में हिमाचल प्रदेश देश के चुनिंदा राज्यों में शामिल हो गया था।
डीजीपी डिस्क के चयन की वजह यह भी थी कि क्योंकि उन्होंने डीआईजी रहते हुए गुडिया हेल्पलाइन, शक्ति बटन व होशियार हेल्पलाइन की समय पर शुरूआत करने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा सीसीटीएनएस (CCTNS) प्रोजैक्ट के भी सूत्रधार बने थे। जहां तक आपराधिक मामलों (Criminal Cases) का सवाल है तो इसमें भी वो पीछे नहीं रहे। शिमला में हत्या तो नाहन में धोखाधड़ी के मामलों को सुलझाया। ढली में एक एनडीपीएस का मामला डीआईजी की बदौलत ही सिरे चढ़ पाया था। ये महज उन तीन सालों की उपलब्धियां हैं, जब वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति (Central deputation) से वापस अपने कैडर में लौटे थे। इसके अलावा बिंदास व तेजतर्रार अधिकारी की उपलब्धियों की फेहरिस्त का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज तीन साल बाद ही अहम ओहदे पर वापस उन्हें दिल्ली बुला लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस समय हिमाचल कैडर की आईएएस अधिकारी मीरा मोहंती (IAS Meera Mohanti) भी प्रधानमंत्री कार्यालय में बतौर निदेशक तैनात हैं। इसके अलावा सिरमौर के पच्छाद के रहने वाले आईएएस डॉ. राजेंद्र शांडिल्य (IAS Rajinder Shandilya) भी पीएमओ(PMO) में निदेशक हैं, जिनका मूल कैडर गुजरात है।
Latest
- एमएसपी से अधिक लाभांश पर शराब बिक्री पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान
- शादी का झांसा देकर पांच वर्ष तक यौन शोषण, सेना के जवान के खिलाफ मामला दर्ज
- कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन रंजीत सिंह ने सुजानपुर से भरा नामांकन
- सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़, दुष्प्रचार व गलत सूचनाएं फैलाने पर होगी कार्रवाई : DC
- आस्था स्पेशल स्कूल का दो वर्षीय डिप्लोमा बन रहा बेरोजगारी व रोजगार के बीच सेतु