मंडी, 21 सितंबर : हिमाचल में नई पेंशन स्कीम (New Pension scheme) कर्मचारी संघ ने सरकारों पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है। कर्मचारी संघ के यह भी कहना है कि मात्र चुनावों के दौर में कर्मचारियों( Employees) को पुरानी पेंशन के सपने दिखाए जाते रहे हैं। मगर कोई भी सरकारें प्रदेश के कर्मचारियों के हितों के लिए पुरानी पेंशन बहाल करती नहीं दिखाई दे रही है। अब इसके खिलाफ नई पेंशन स्कीम कर्मचारी संघ ने आंदोलन (Agitation) करने की रूपरेखा तैयार कर ली है। पुरानी पेंशन को बहाल करवाने के लिए मंडी में एनपीएसईए की राज्य स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि पुरानी पेंशन को बहाल करने के लिए अब सरकार के साथ आमने सामने की लड़ाई लड़ी जाएगी। बैठक की अध्यक्षता करने के उपरांत एनपीएसईए के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में सरकारों का रवैया नई पेंशन स्कीम कर्मचारियों के प्रति उदासीन है। जिसके चलते अब आंदोलन करने का फैसला लिया गया है।
उन्होंनें बताया कि आने वाली 2 अक्तूबर गांधी जयंती के दिन सभी कर्मचारी गांधी जी की प्रतिमा के आगे पुरानी पेंशन (old Pension) बहाली की शपथ (oath) लेंगे। इसके साथ ही आने वाले समय में प्रदेश के सभी एसडीएम व डीसी के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा जाएगा। इसके बाद भी अगर प्रदेश सरकार कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए पुरानी पेंशन बहाली में आनाकानी (Inattention) करती है तो फिर उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
प्रदीप ठाकुर ने कहा कि कर्मचारियों के सुझावों के चलते मंडी से शिमला तक नई पेंशन स्कीम कर्मचारी पैदल पेंशन अधिकार यात्रा निकालने से भी गुरेज नहीं करेंगे। एनपीएसईए की राज्य स्तरीय बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी व अधिकतर जिलों की एनपीएसईए कार्यकारिणी के पदाधिकारी मौजूद रहे व सभी ने सरकार से पुरजोर मांग उठाई है कि सरकारी कर्मचारियों की लम्बे समय में लंबित मांग को तुरंत पुरा किया जाए। ताकि सरकारी कर्मचारियों को अपने हकों के लिए सड़कों पर न उतरना पड़े।