नाहन, 31 अगस्त : शहर में 1889 में बने रानीताल गार्डन (Ranital Garden) में प्राचीन शिव मंदिर (Ancient Shiva Temple) तैरता हुआ नजर आया। तालाब में मंदिर को युवा शिव मंडल के सदस्य काफी देर तक नौकायान (Boating) करवाते रहे। चौंकिए मत, कुछ अरसा पहले मंडल द्वारा मंदिर की हूबहू प्रतिबिंब (Exact reflection) को कलाकृति के माध्यम से उकेरा गया है। चूंकि इस बार कोविड की वजह से शनिवार शाम को वामन द्वादशी के अवसर पर शोभायात्रा को नहीं निकाला जा सकता था। सूक्ष्म आयोजन हुआ। इसमें मंदिर की पालकी को नौका में तालाब घुमाया गया।
बता दें कि सिरमौर में नाहन के अलावा सराहां में वामन द्वादशी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। पहले शहर की पालकियों को पक्का तालाब में नौकायान करवाया जाता था, लेकिन इस बार रानीताल में ही केवल प्राचीन शिव मंदिर की पालकी को ही कुछ देर के लिए नौकायान करवाया गया। बता दें कि सराहां के वामन द्वादशी मेले को कुछ वर्ष पहले राज्य स्तरीय मेले का दर्जा मिल चुका है।
1621 में बसे नाहन शहर में प्राचीन मंदिरों की भव्य पालकियों को साल में एक बार वामन द्वादशी के मौके पर समूचे शहर में शोभायात्रा के साथ भ्रमण करवाया जाता है। पक्का तालाब के किनारे पालकियों को शहरवासियों के दशनार्थ रखा जाता है। इसके बाद रात को देव पालकियां अपने-अपने मंदिरों के लिए विदा हो जाती हैं। दरअसल, रानीताल के प्राचीन शिव मंदिर का प्रतिबिंब हूबहू मेल खाता है। लिहाजा नौकायान के दौरान बेहद ही आकर्षक नजारा सामने आया।
https://youtu.be/c00abeyO6fg