मंडी (विरेंद्र भारद्वाज): खबर एससी एसटी के उन बच्चों के लिए है, जो पैसों की कमी के कारण व्यवसायिक व तकनीकी शिक्षा को या तो पूरा नहीं कर पाते या फिर करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। ऐसे बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। इसके लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास निगम ने एक नई ऋण योजना की शुरूआत की है। इस ऋण योजना के तहत एससी-एसटी के बच्चों को देश में शिक्षा के लिए 10 लाख रूपए और विदेश में शिक्षा 20 लाख रूपए का ऋण सस्ती दरों पर देने का प्रावधान कर दिया गया है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बच्चों के परिवार की वार्षिक आय 98 हजार और शहरी क्षेत्र में रहने वाले बच्चों के परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख 20 हजार रूपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। यदि कोई विद्यार्थी पहले से ही सरकार द्वारा अनुमोदित व्यावसायिक व तकनीकी शिक्षा में पढ़ाई कर रहा है तो वह भी इस योजना का लाभ उठा सकता है। दिए जाने वाले ऋण पर 4 प्रतिशत वार्षिक की दर से ब्याज देना होगा और दिए गए ऋण का भुगतान शिक्षा पूरी करने के बाद करना होगा।
दिए जाने वाले ऋण से विद्यार्थी न केवल अपनी फीस भर सकेगा बल्कि किताबें, कापियां, कोर्स से संबंधित जरूरी उपकरण, परीक्षा फीस, रहने-खाने का खर्च और यात्रा खर्च में भी इस्तेमाल कर सकेगा। मंडी जिला अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास निगम के प्रबंधक जेएस जसवाल ने बताया कि इच्छुक व्यक्ति किसी भी कार्यदिवस में विभाग के कार्यालय में आकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।