हमीरपुर (विजयेंद्र शर्मा): राष्ट्रीय सहकारी सप्ताह -2015 देश भर में 14 से 20 नवम्बर तक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग एवं युवाओं को सहकारी संस्थाओं की महता बारे जागरूक कर उन्हें संस्थाओं के साथ जोडऩा एवं संस्थाओं का गठन कर अजीविका कमाने के संसाधनों बारे अवगत करवाना है। यह बात मुख्य संसदीय सचिव इन्द्रदत्त लखनपाल ने वीरवार को बिझड़ में जिला स्तरीय सहकारिता दिवस के अवसर एकत्रित भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सहकारी सभाओं का ग्रामीण विकास में अहम योगदान रहा है, सहकारी सभाओं के माध्यम से ही ग्रामीणों को बैकिंग की सुविधा भी दी जा रही है। सहकारी सभाओं को सुदृढ़ करने के लिए सरकार विशेष ध्यान दे रही है, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि जिला में सहकारी सभाओं द्वारा सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं जिससे सहकारी सभाओं का लाभांश में निरन्तर वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि सहकारी संस्थाओं ने समाज के कमज़ोर वर्गों की आवश्यकताओं को पूरा कर उनकी अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा उनकी जीवनशैली के उत्थान में अत्याधिक योगदान दे रही हैं।
उन्होंने आम जन से आह्वान करते हुए कहा कि बेरोज़गारी से निजात पाने के लिए समाज में स्वयं को संगठित कर आजीविका हेतू अधिक से अधिक सहकारी संस्थान स्थापित करने के लिए आंदोलन के रूप में अपना कर इसे ग्रामीण स्तर तक ले जाएं, ताकि रोज़गार के अधिक से अधिक अवसर पैदा हों। उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में उसर ओर बंजर भूमि को इस प्रकार की पैदावार करें, जिसे कि आवारा पशु, जंगली जानवर और बंदर नष्ट न कर सके, जिससे जहां अर्थिकी सुदृढ़ होगी, वहीं अधिक से अधिक स्वरोज़गार के साधन सृजित होंगे।
उन्होंने कहा कि सहकारी सभाओं के सचिवों द्वारा सभा के संचालन में आ रहे रही विभिन्न समस्याओं के समाधान को सुनिश्चित करने के लिए शीघ्र ही सभाओं के सहयोग से जिला स्तरीय सेमिनार का आयोजन का सरकारी सभाओं को आ रही दिक्कतों पर विस्तृत रूप से चर्चा की जाएगी। मुख्य संसदीय सचिव ने जिला स्तरीय सहकारी दिवस आयोजन समिति को 11 हजार रुपए देने की घोषणा की । सीपीएस ने जिला स्तर पर तथा खण्ड स्तर पर उत्कृष्ठ कार्य करने के लिये सहकारी सभाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष कुलदीप पठानिया, निदेशक कांगड़ा बैंक अनिल वर्मा, निदेशक हिमफैड डॉ आरसी डोगरा ने भी सहकारी संस्थाओं के ऊपर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रदेश सहकारी सभाएं कर्मचारी संघ के महासचिव देश राज ठाकुर ने सहकारी सभाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। जिला स्तरीय सहकारी दिवस कार्यक्रम आयोजन समिति के प्रधान संजय पटियाल ने मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों का स्वागत किया।
सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं रोशन लाल खजूरिया ने विभाग से संबन्धित विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जिला में वर्तमान में 361 सहकारी सभाएं कार्यरत हैं जिनमें 222 प्राथमिक कृषि सेवा, 27 दुग्ध, 2 बुनकर, 11 औद्योगिक, 2 गृह निर्माण, 6 उपभोक्ता भण्डार , 2 श्रम एवं निर्माण, 28 हर्बल के अलावा 59 अन्य गैर कृषि तथा 1 जिला सहकारी विकास संघ और 1 जिला विपणन संघ के रूप में जिला वासियों को सेवाएं दे रही हैं।
इससे पहले मुख्य संसदीय सचिव इन्द्रदत्त लखन पाल ने बड़सर में पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गांधी जी की जयंती पर पुष्पांजली अर्पित कर श्रद्धांजली दी । इस मौके पर पीसीसी डेलीगेट राजेन्द्र जार, प्रदेश सेवा दल प्रवक्ता नरेश लखनपाल, सुरेन्द्र अग्रिहोत्री, कमल पठानिया, निदेशक भूमि विकास बैंक नीलाक्ष लखनपाल, रोशन लाल शर्मा, जिला परिषद सदस्य यशवीर पटियाल, प्रधान ग्राम पंचायत बल्ह-बिहाल कृष्ण कुमार, पवन कालिया, निक्का राम, ख्याली राम गर्ग, योगराज कालिया, पवन ठाकुर, वत्तन सिंह, अमीं चंद, हरी चंद बनियाल के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।