ऊना, 30 जुलाई : कोविड-19 के चलते जहां की हिमाचल वासियों को बिना अनुमति के अपने घर वापसी नहीं हो रही है। वहीं प्रदेश की सीमाओं में बिना अनुमति के चोर दरवाज़े से करीब 21 बिहार निवासी मज़दूरों के घुस आने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ऐसा बताया जा रहा है कि इन मज़दूरों को कोई अज्ञात ऑटो चालक चोर रास्ते से हिमाचल की सीमाओं के अंदर छोड़कर भाग निकले हैं। वहीं पुलिस ने भी दो कदम आगे निकलते हुए मामले की जांच करने की बजाय सभी मज़दूरों को एक बस में बिठा कर हिमाचल की सीमाओं से बाहर कर डाला।
बिहार से चलकर ऊना की सीमाओं में चोरी से प्रवेश करने वाले इन मज़दूरों का मामला सामने आने के बाद जिला भर में हड़कंप मच गया है। वही प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी उंगली उठनी शुरू हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के 21 मजदूर हिमाचल प्रदेश के ऊना में वीरवार को किसी चोर रास्ते से पहुंच गए। मज़दूरों ने बताया कि वे गाड़ियों में पहले दिल्ली, उसके बाद चंडीगढ़ और फिर पंजाब के नंगल पहुंचे। जहां से ऑटो चालकों ने उन्हें किसी चोर रास्ते से ऊना में पहुुंचा दिया। जिसकी भनक ऊना पुलिस को लग गई। जिस पर ऊना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन मज़दूरों को बस में ले जाकर मैहतुपर बैरियर के बाहर छोड़ दिया। ये मजदूर किस चोर रास्ते से प्रदेश में प्रवेश कर गए।
इसकी जानकारी अभी पुलिस को भी नही है। वही अब इस मामले को लेकर पुलिस का अगला रूप क्या होगा यह अभी स्पष्ट नहीं है वही है मजदूर कितना समय ऊना में रहे कितने लोगों से यह मिले इसको लेकर भी अभी तक कोई भी तथ्य सामने नहीं आ पाया है। फिलहाल यह सभी पहलू जांच के दायरे में आ चुके हैं। वहीं इनमें से कोई मजदूर यदि कोरोना संक्रमित भी निकलता है। तो ये भी किसी बड़ी मुसीबत को बुलावा हो सकता है। घटना के बाद जिला भर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गए हैं।
यदि ये मजदूर प्रदेश में अवैध रूप से प्रवेश कर चुके थे तो इन पर कार्रवाई करते हुए इन्हें संस्थागत क्वारंटाइन करना चाहिए था। फिर संबंधित राज्य की पुलिस व प्रशासन को इस बात की सूचना देनी चाहिए थी। लेकिन पुलिस ने इन मजदूरों को अपनी राज्य सीमा से बाहर करके फिलहाल अपना पीछा छुड़ा लिया है।