कुल्लू : परिवहन, वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने कुल्लू पुलिस के आईटीएमएस (ITMS) व सीसीटीवी कमांड एवं कंट्रोल रूम (CCTV Command and Control Room) का दौरा किया। पुलिस ने 40 लाख रुपए से ज्यादा लागत से प्रदेश का सबसे आधुनिक कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसमें 70 से ज्यादा हाई रिजॉल्यूशन कैमरों द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निगरानी रखी जा रही है। इसमें 4 पीटीजैड कैमरों को भी जोड़ा गया है, जिनसे बस स्टैंड, ढालपुर चौक, रथ ग्राउंड, मेला ग्राउंड व क्रिकेट ग्राउंड जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों का 360 डिग्री सर्विलांस भी किया जा रहा है।
साथ ही कुल्लू पुलिस ने 10 ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरे जिला के विभिन्न स्थानों जैसे बजौरा, भुंतर, नग्गर, रामबाग मनाली व ग्रीन टैक्स बैरियर मनाली में भी लगाए हैं जिनसे यहां से गुजरने वाले सभी वाहनों की जानकारी पुलिस के पास उपलब्ध होगी। जिससे अपराध करके भागने वाले लोगों को तुरंत पकड़ने में मदद मिलेगी।
कुल्लू पुलिस ने हिमाचल के पहले आईटीएमएस (Intelligent Traffic Management System) सिस्टम से यातायात व्यवस्था को सुदृढ करने व यातायात नियमों की पालना को बढ़ाने के लिए कुल्लू शहर के अंदर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर अभी तक 228 वाहन चालकों के ट्रैफिक चालान एएनपीआर सीसीटीवी कैमरों द्वारा किए हैं जिसमें 176 चालान ओवर स्पीडिंग, 52 चालान विदाउट हेलमेट और ट्रिपल राइडिंग के किए गए हैं। जिनमें कैमरों द्वारा वाहन चालक की नंबर प्लेट को रीड करके चालक द्वारा किए गए ट्रैफिक वॉयलेशन को रिकॉर्ड करके उसकी फोटो, उस दिन की तारीख व समय के साथ चालक के पते पर भेजा जिसमें 67 चालकों ने 22,400 रूपए जुर्माने के साथ चालान कंपाउड किया है।
एसपी गौरव सिंह ने बताया कि इस सिस्टम से बिगड़ैल चालकों की रैश ड्राइविंग, स्पीड बाइकिंग, बाइक स्टंट, हिट एंड रन व चेन स्नेचिंग जैसी घटनाएं 24 घंटे सर्विलांस पर रहती हैं। इसमें लगे कैमरे इन्फ्रारेड हैं जिसमें रात के अंधेरे में भी बिगड़ैल चालकों पर नजर बनी रहती है। इस सिस्टम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा चालान करना नहीं बल्कि लोगों में ट्रैफिक अनुशासन प्रेरित करना है।