शिमला : कांग्रेस में मचे घमासान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आवास हाॅलीलाज पर रविवार को आयोजित लंच चर्चा में रहा। यूं तो यह आयोजन वीरभद्र सिंह के जन्मदिवस को लेकर हुआ, लेकिन इसके कई सियासी अर्थ निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं में चल रही गुटबाज़ी के बीच लंच डिप्लोमेसी में वीरभद्र सिंह के करीबियों का जमाबड़ा रहा, वहीं कई वरिष्ठ कांग्रेसियों ने इससे पूरी तरह किनारा किया। लंच पर कांग्रेस के विधायक व पूर्व विधायको के अलावा विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को बुलाया गया था।
मंडी से कांग्रेस के दिग्गज नेता कौल सिंह ठाकुर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व मौजूदा विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू इस आयोजन से नदारद रहे। इसके अलावा विधायक आशा कुमारी, रामलाल ठाकुर, हर्ष वर्धन चौहान, सुजान सिंह पठानिया, कर्नल धनी राम शांडिल, लाखविंद्र राणा, सतपाल रायजादा व आशिष बुटेल ने भी हालीलाज से किनारा किया। इसी तरह पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा, रोहित ठाकुर, सुभाष मंगलेट और रवि ठाकुर ने भी लंच में शिरकत नहीं की।
लंच में सम्मिलत होने वालों में वीरभद्र सिंह के करीबी व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायक इंद्रदत्त लखनपाल, जगत सिंह नेगी, विनय कुमार, नंद लाल, अनिरूद्व सिंह, राजेंद्र राणा, मोहल लाल ब्राक्टा व सुंदर ठाकुर शामिल हुए। इसके अलावा पवन काजल सहित कई पूर्व विधायकों ने भी लंच में शिरकत की है। खास बात यह रही कि कई कांग्रेसियों के निशाने पर चल रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर भी लंच में शामिल हुए।
हालांकि वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह स्पष्ट कर चुके हैं कि यह आयोजन गैरराजनीतिक है और इसे सियासी नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। गौर हो कि प्रदेश कांग्रेस में इन दिनों लंच डिप्लोमेसी का दौर चल रहा है। हाल में ही शिमला में पूर्व मंत्री कौल सिंह के निवास पर आयोजित लंच डिप्लोमसी में जुटे प्रदेश कांग्रेस के आधा दर्जन के करीब नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे। तब से प्रदेश कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है।
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