कालाअंब : पुलिस थाना के तहत कोविड-19 की डयूटी कर रहे कांस्टेबल अजय कुमार ने बदसलूकी व गाली गलौज को लेकर सोशल मीडिया में न्याय मांगा है। सवाल यह उठता है कि क्या अजय को अपने ही विभाग पर न्याय दिलवाने का भरोसा नहीं है। इसका जवाब पब्लिक जरूर जानना चाहेगी, क्योंकि जब रखवाले ही सुरक्षित नहीं होंगे तो आम जनता न्याय की उम्मीद कैसे करे।
आरक्षी अजय कुमार के वायरल मैसेज के मुताबिक वो 25 जून की रात एचएचसी जितेंद्र सिंह के साथ साबू सिलेंडर के समीप डयूटी कर रहा था। कार (एचपी 18बी-4304) में मौजूद दो लोगों में से एक व्यक्ति उसके साथ गाली-गलौज करता है। साथ ही धमकाने का प्रयास भी होता है। आरक्षी अजय कुमार का कहना है कि वो छठी आईआरबी में तैनात है। आरक्षी के मुताबिक फोन करने के बाद कालाअंब थाना से भी सहकर्मी पहुंचे, जिन्हें पूरी घटना से वाकिफ करवा दिया जाता है। आरक्षी अजय कुमार का आरोप है कि रणबीर सिंह उर्फ मिंटू ने शराब का सेवन किया हुआ था।
आरक्षी ने अपने संदेश में यह भी लिखा है कि हम लगातार कोरोना महामारी की डयूटी कर रहे हैं, कोई अवकाश भी नहीं लिया। बावजूद इसके कोई बदतमीजी व बदसलूकी करता है और उसके खिलाफ कोई संतोषजनक कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती है तो वर्दीधारक के लिए इससे बड़ा कोई अन्याय नहीं हो सकता। आरक्षी ने सवाल उठाया कि क्या हम डयूटी के दौरान केवल गालियां सुनने के लिए हैं, क्या हम महामारी में अपनी जान पर खेलकर नहीं खडे़ हैं। आरक्षी को इस बात का भी मलाल है कि मौेके पर हंगामा कर रहे शख्स का मेडिकल नहीं करवाया गया।
उधर थाना प्रभारी योगेंद्र ने कहा कि 186 के तहत कार्रवाई की गई है। मामला दर्ज करने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी गई है। उनका कहना था कि प्रारंभिक छानबीन में शिकायत करने वाले व आरोपी की पृष्ठभूमि की पड़ताल की जा चुकी है। उनका कहना था कि कानून के दायरे में जो भी कार्रवाई हो सकती है, वो अमल में लाई जाएगी।
कुल मिलाकर इस घटना में दो अहम पहलू हैं। पहला यह कि पुलिस कांस्टेबल ने खुद ही अपनी व्यथा को अपलोड किया है। दूसरा पहलू यह है कि व्यक्ति इस बात से कतई नहीं घबराया कि सामने उसका वीडियो बनाया जा रहा है।