नाहन : वीरवार रात कोरोना के सात मामलों ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया। शुरुआती जानकारी में यह पता चला था कि सात में से 4 का ताल्लुक नाहन से है, जबकि दो का कौलावालाभूड से हैं। लेकिन अब सातवां मामला विभाग की मुश्किलें बढ़ा सकता है। दरअसल बर्मापापड़ी की रहने वाली महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है। चंद रोज पहले ही महिला की सिजेरियन डिलीवरी हुई थी। इसके बाद उसे आज ही अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर केके पराशर का कहना है कि यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि महिला अपनी जांच के लिए कहीं बाहर तो नहीं गई थी। उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है कि महिला की सिजेरियन डिलीवरी हुई थी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि महिला के अस्पताल में दाखिल रहने के दौरान मेडिकल स्टाफ में किन-किन लोगों के संपर्क में आई थी। गौरतलब है कि संक्रमित पाए गए सातों लोगों की उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच बताई जा रही है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा जुटाई गई जानकारी के मुताबिक महिला पहली मर्तबा 18 मई को ओपीडी में आई थी, इसके के बाद उसे 29 मई को दाखिल कर लिया गया। महिला ने 30 मई को शिशु को जन्म दिया। सवाल इस बात पर भी उठता है कि जिस दिन महिला को एडमिट किया गया था तो उसके बाद सैंपलिंग को क्यों प्राथमिकता नहीं दी गई। शिशु के जन्म के बाद महिला को प्रसूति वार्ड में ही रखा गया था, इसके बाद उसे स्पेशल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। उधर उपायुक्त डॉ. आरके परुथी बताया कि संक्रमित पाए गए लोगों को कोविड-19 त्रिलोकपुर शिफ्ट किया जाएगा। इसको लेकर पहले से ही व्यवस्था की गई थी।