शिमला : मां ही एक ऐसी होती है जो अपने कलेजे के टुकड़े को कभी अकेला नहीं छोड़ती और दुख-तकलीफ में खुद की परवाह किए बिना अपने बच्चों के लिए जान तक की बाजी लगा देती है। चंबा जिला के सलूणी क्षेत्र की रहने वाली उस मां की भी यह कहानी है, जो अपने पति की लापरवाही से कोरोना पॉजिटिव हुई। अपनी 2 साल की बच्ची को बचाने के लिए खुद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हो गई। इस दौरान वह भी संक्रमित हो गई। पॉजिटिव मरीजों को अकेला आईसीयू में भर्ती रहना पड़ता है। देखभाल स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा की जाती है, लेकिन अपने कोरोना पॉजिटिव बच्ची की देखभाल स्वयं उसकी मां ने की। उसने स्वयं के संक्रमित होने की भी परवाह नहीं की। एक हफ्ते तक बच्ची की देखभाल करने के बाद खुद भी कोरोना पॉजिटिव हो गई।
पॉजिटिव पाई गई दो साल की बच्ची के दिल में भी छेद है और प्रदेश सरकार बच्ची के इलाज का सारा खर्च वहन कर रही है। पति की लापरवाही का खामियाजा मां व बच्ची को भुगतना पड़ रहा है। महिला का पति हालांकि कोरोना को मात देने में कामयाब रहा, लेकिन अपने परिवार को उसने खतरे में डाल दिया है। प्रदेश पुलिस उसके विरुद्ध हत्या के प्रयास यानी 307 में मामला दर्ज कर चुकी है। संक्रमित बच्ची 9 मई को हिमगिरि गांव से अस्पताल लाई गई थी, बीती रात अस्पताल में देखभाल के लिए साथ रह रही माँ की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
माँ से लिपट अस्पताल पहुंची मासूम : https://bit.ly/2Az8k5I
जानकारी अनुसार गत छह मई को बद्दी से लौटा महिला का पति कोरोना संक्रमित पाया गया था। सरकारी आदेशों के मुताबिक उसे होम क्वारंटाइन में रहने के आदेश दिए गए थे, मगर कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाने के बाद जांच में पाया गया कि इसने होम क्वारंटाइन के नियमों की अवहेलना की है। इस युवक ने होम क्वारंटाइन होने के दौरान अपने दोस्तों संग पार्टी मनाई। इस दौरान शराब व सिगरेट का सामूहिक तौर पर सेवन किया। इस कारण तीन ओर लोग कोरोना संक्रमित हो गए थे। इस व्यक्ति के होम क्वारंटाइन के नियमों की सही तरीके से पालन न करने के चलते ही उसकी दो वर्षीय बेटी भी कोरोना संक्रमित हुई। हमीरपुर का रहने वाला दम्पति भी संक्रमित हुआ है, जिनके सात साल के बेटे की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है। बहरहाल यही दुआ मांगी जानी चाहिए कि सब स्वस्थ हो कर घर लौट आये।