नाहन : जिला सिरमौर में अक्टूबर 2016 में 84 जेबीटी अध्यापकों की नियुक्ति अनुबंध आधार पर की गई थी। ये सभी अध्यापक 31 मार्च 2020 तक अपना तीन वर्ष का अनुबंध कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। इन्हें विभाग द्वारा 1 अप्रैल 2020 से नियमित किया जाना था, लेकिन अन्य जिलों को छोड़कर सिरमौर जिले में नियमितीकरण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।
वर्ष 2016 में हिमाचल प्रदेश में जेबीटी अध्यापक के 700 पद स्वीकृत किए गए थे। उस समय भी अन्य जिलों में सितंबर माह से पहले ही नियुक्ति दे दी गई थी, लेकिन जिला सिरमौर के शिक्षा विभाग में सुस्त रवैया के कारण नियुक्ति में देरी हो गई थी। जिस कारण अन्य जिलों में अनुबंध अध्यापकों का 3 वर्ष का समय 30 सितंबर 2019 को पूरा हो गया और वह सभी अनुबंध जेबीटी अध्यापक 15 अक्टूबर 2019 से पहले ही नियमित हो गए हैं। सुस्त रवैया के कारण अभी तक नियमितीकरण के आदेश जारी नहीं हो सके हैं।
अनुबंध जेबीटी अध्यापकों का कहना है कि जब अन्य जिलों में लॉकडाउन में ही नियमितीकरण के आदेश हो सकते हैं तो सिरमौर जिले में ऐसा क्यों नहीं हो सकता। अनुबंध अध्यापकों द्वारा स्थानीय विधायक और प्राथमिक शिक्षक संघ से भी इस बारे में बात की। मगर पिछले 1 महीने से हमें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। अनुबंध अध्यापकों ने आरोप लगाया है कि प्राथमिक शिक्षा विभाग में हर कार्य देरी से होता है। चाहे वह कार्य नियमितीकरण का हो चाहे नियुक्ति का हो या फिर ट्रांसफर केस। हर कार्य में सुस्त रवैया दिखाया जाता है।
इसकी शिकायत प्राथमिक शिक्षक संघ से भी की गई लेकिन अभी तक कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है। अतः सभी अनुबंध जेबीटी अध्यापकों ने सरकार और विभाग से अनुरोध किया हैं कि नियमितीकरण की प्रक्रिया व आदेश जल्द से जल्द किए जाएं ताकि जिले में अनुबंध जेबीटी अध्यापक नियमित सेवा का भरपूर लाभ ले सकें।