मंडी : कोरोना पॉजिटिव युवक ने समझदारी दिखाई और नतीजा यह निकला कि आज उसके साथ आए दो युवक और परिवार के सदस्य इस बीमारी की चपेट में आने से बच गए। यह समझदारी वाला काम किया है मंडी जिला के जोगिंद्रनगर उपमंडल निवासी उस युवक ने जो हाल ही में दिल्ली से लौटा था और अब कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उक्त युवक का उपचार लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक में चल रहा है। जहां यह पूरी तरह से स्वस्थ है। इस युवक के साथ दिल्ली से टैक्सी में आए दो अन्य युवक और इसके परिवार के सभी सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि कर दी है।
दूरभाष पर हुई बात में उक्त युवक ने बताया कि उसे यह मालूम नहीं था कि वह कोरोना से संक्रमित हो चुका है। जब दिल्ली से घर से लिए रवाना हुआ तो मुंह को मास्क से ढका और हाथ को सेनेटाईजर से बार-बार साफ करता रहा। टैक्सी में सवार दूसरे लोगों के साथ कोई क्लोज कांटेक्ट नहीं किया। घर पहुंचने से पहले पत्नी को फोन करके पानी गर्म करने को कहा और घर पहुंचते ही नहाया और पहने हुए कपड़ों को खुले में रख दिया। इसके बाद खुद को एक अलग कमरे में आईसोलेट कर दिया। दूर से परिवार के सदस्यों के साथ बात करता रहा और अपने खाने-पीने के बर्तन भी अलग से रख दिए। युवक ने बताया कि लंबे समय के बाद घर आया तो अपनी नन्ही परी को गले लगाने की खूब इच्छा हुई, लेकिन इन इच्छाओं को दबाते हुए समझदारी का परिचय दिया। आज यह युवक इस बात को लेकर खुश है कि उसके साथ आए लोग और परिवार के सभी सदस्य इस संक्रमण की चपेट में आने से बच गए।
डीसी ऋग्वेद ठाकुर और सीएमओ डॉ. जीवानंद चौहान ने इस युवक की समझदारी के लिए इसकी पीठ थपथपाई है। डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि जिला के बहुत से ऐसे लोग हैं, जो होम क्वारंटाइन का सही ढंग से पालन कर नहीं रहे हैं। इन्होंने उक्त युवक का हवाला देते हुए दूसरों को इससे सीख लेने की सलाह दी है। सीएमओ डॉ. जीवानंद चौहान ने बताया कि उनकी दूरभाष पर उक्त युवक से बात हो रही है और वह पूरी तरह से स्वस्थ्य है। युवक ने जो समझदारी दिखाई है उसे सभी को दिखाने की जरूरत है।
बता दें कि जिला में बहुत से लोगों की ऐसी शिकायतें आ रही हैं, जो होम क्वारंटाइन का उल्लंघन कर रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए इससे बेहतर मिसाल और कोई नहीं हो सकती, जिसने खुद के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सारी सावधानियां बरती। यदि सभी इसी प्रकार की समझ का परिचय दें तो इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है।