चंबा : पेड़ों को काट कर घर निर्माण में इस्तेमाल करने और अन्य लकड़ी को जंगल में छिपाने के मामले की छानबीन के लिए पहुंची वन विभाग की टीम पर गांव के लोगों ने हमला कर दिया। हमले में ग्रामीणों ने एक मजदूर के कपड़े फाड़ दिए और उसे चोटें आई हैं। घायल मजदूर का पुलिस निगरानी में मेडिकल कॉलेज चंबा में मेडिकल करवाने के करवाने के बाद पुलिस थाना में तीन महिलाओं सहित सात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 353, 323, 379, 147, 149, 188, 379 व भारतीय वन अधिनियम की धारा 32, 33 के तहत मामला दर्ज कर आगामी छानबीन शुरू कर दी है।
वन रक्षक विनोद कुमार ने बताया कि एक मई 2020 को वह अपनी बीट मैहला में गश्त पर था तो ककेरी गांव पहुंचने पर उन्होंने देखा की सनी ने अपने घर के निर्माण के लिए ताजी कटी हुई लकड़ी का इस्तेमाल किया है। जिसकी पूछताछ करने पर कोई भी दस्तावेज पेश न कर सका। अगले दिन वनरक्षक चार-पांच मजदूरों को लेकर मौके पर निरीक्षण करने के लिए पहुंचा।
निरीक्षण के दौरान पाया कि भारी बर्फबारी के कारण कुछ पेड़ (विभिन्न प्रजातियां) गिर गए थे। इन पेड़ों के कुछ हिस्से झाड़ियों के नीचे छिपाए हुए हैं। जब टीम पेड़ के हिस्सों की माप कर रहे थे तो उसी समय आरोपी सन्नी के साथ अन्य 9 लोग मौके पर पहुंचे और उनके कार्य में बाधा उत्पन्न की। साथ ही दुर्व्यवहार किया और उसके साथ मारपीट की, जिससे एक मजदूर के कपड़े ग्रामीणों ने फाड़ दिए साथ ही वन रक्षक को भी घायल कर दिया।