घुमारवीं : देश में पिछले एक महीने से करोना वायरस के कारण लॉकडाउन के चलते हर किसी पर इसका असर पड़ा है, चाहे वो आम आदमी हो या बेसहारा पशु। लॉकडाउन के कारण इन पर भी कुछ कम नहीं गुजर रही है। खेतों में गेहूं की फसल कट चुकी है। दुकानों के बंद होने के कारण इनको भी पेट भरना मुश्किल हो गया है। कड़कड़ाती धूप में ये बेसहारा पशु मुख्य सड़क पर आ जाते हैं, जिससे सडकों पर जाम लग जाता है। यह हालात घुमारवीं, डंगार, बरठीं, शाहतलाई व अन्य बाजारों में देखें जा सकते हैं।
पहले तो यह पशु रात को किसानों कीगेंहू की फसल व अन्य फसलें चट कर जाते थे। मगर पिछले दिनों से फसल कट गई और चरने को कुछ नहीं रहा। शहरों में दुकानें कम समय के लिए खुलती हैं, इसलिए अब सड़ी-गली सब्जी भी नसीब नहीं हो रही है। अब यह झुंड बनाकर खाने की तलाश में भटक रहे हैं। किसी ने पानी पिला दिया तो ठीक वरना यूँ ही दिन रात निकल रहे हैं जिस कारण इन पर भी लॉकडाउन और कर्फ्यू का संकट कुछ कम नहीं दिखाई दे रहा है।
Latest
- विधानसभा सचिवालय का निर्दलीय विधायकों को नोटिस, दलबदल विरोधी कानून में मांगा जवाब
- सोलन : शॉर्ट सर्किट से गेहूं के खेत में लगी भीषण आग, किसान की जिन्दा जलने से मौत
- किन्नौर : दो माह से बंद है रोपा वेली का एकमात्र SBI एटीएम, लोग परेशान
- शिमला संसदीय क्षेत्र से दयाल प्यारी को टिकट तो मुसाफिर की घर वापसी से इंकार की ये वजह…
- नाहन : सैनवाला के युवक ने सुसराल पक्ष पर लगाए बस से उतार कर मारपीट के आरोप