शिमला : हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक सीताराम मरडी को इंगलैंड की संस्था वर्ल्ड रिकॉर्ड पब्लिशिंग ने सेल्यूट ठोका है। साथ ही स्टार 2020 के सम्मान से अलंकृत करने का ऐलान किया है। हालांकि यह सम्मान बाद में प्रदान किया जाएगा, लेकिन संस्था ने ऑनलाइन प्रमाणपत्र जारी किया है। अध्यक्ष संतोष शुक्ला द्वारा इसे 29 अप्रैल को जारी किया गया है। डीजीपी को यह सम्मान कोरोना महामारी के दौरान अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा लोगों में सकारात्मक उर्जा का संचार करने में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए प्रदान किया जाएगा।
निश्चित तौर पर डीजीपी इस संकट की घड़ी में प्रेरणा स्त्रोत बने। वीडियो संदेश के माध्यम से न केवल सख्त तेवर भी नरमी से दिखाते रहे, बल्कि विनम्रता को भी बनाए रखा। सबसे अहम बात यह रही कि डीजीपी हरेक धर्म से जुड़े ग्रंथों का ज्ञान रखते हैं। इसी की वजह से वो हरेक धार्मिक ग्रंथ के बेहतरीन उदाहरण अपने वीडियो संदेश के माध्यम से सांझा करते रहे। हर कोई इस बात पर भी हैरान होता था कि कैसे वो गीता, रामायण सहित बाइबल, कुरान, गुरु ग्रंथ साहिब का ज्ञान रखते हैं। पुलिस को लीक से हटकर कार्य करने का संदेश देते रहे। साथ ही उनकी हौंसला अफजाई भी करते रहे, क्योंकि वो बखूबी जानते थे कि कनिष्ठ कर्मचारी फ्रंट लाइन पर ऐसे वक्त में अपनी डयूटी निभा रहे हैं, जब खुद संक्रमित होने का खतरा तो है ही, साथ ही लगातार डयूटी करने से थकान भी है।
डीजीपी के नेतृत्व में कई ऐसे रोचक पोस्टर भी तैयार हुए, जिससे सरकार को जागरूकता में मदद मिली। कैरियर की शुरूआत से ही डीजीपी एसआर मरडी की छवि साफ रही है। विवाद ने कभी भी उनके दामन को नहीं छुआ। 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी पुलिस महानिदेशक बनने से पहले होमगार्ड व फायर सेवा के डीजीपी रैंक पर ही तैनात थे।