रिकांगपिओ: किन्नौर में कोविड-19 को रोकने के लिए जमीनी स्तर पर कितने पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किन्नौर प्रशासन ने 60 मधुमक्खियों के डिब्बे सहित 2 बी कीपरो को आगामी 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया हैं, ताकि किसी भी स्तर पर चूक न रहे।
बता दे कि किन्नौर के सेब बहुल क्षेत्र में इन दिनों सेब के पौधों पर फ्लावरिंग का दौर चल रहा है। इस दौरान बागवान पोलीनेशन की प्रक्रिया को सुदृढ करने के लिए अपने बगीचों में मधुमक्खियों का प्रयोग करते है ताकि सेब की पैदावार को बढ़ाया जा सकें।
उद्यान विभाग किन्नौर द्वारा सर्दियों में हरियाणा राज्य में रखे गए अपने मधुमक्खियों के डिब्बो को किन्नौर लाया गया था लेकिन कोविड -19 के संक्रमण से बचने के लिए प्रशासन ने उन सभी 60 मधुमक्खियों के डिब्बे सहित दो बी कीपरो को 14 दिनों के क्वारंटाइन में डाल दिया गया। एहतियात के तौर पर इसे एक अच्छा कदम तो माना जा रहा है, लेकिन कई बागवान को समय पर मधुमक्खियों के डिब्बे न मिलने से व इधर-उधर भी भटकते भी नजर आ रहे है।
उप निदेशक उद्यान विभाग किन्नौर हेम चंद शर्मा ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि विभाग अपने मधुमक्खियों को सर्दियों के दौरान हरियाणा राज्य में ले जाया करते है। वैश्विक महामारी के चलते अब उन डिब्बों को 14 दिनों के क्वारंनटाइन में रखा गया है ताकि उन से किसी प्रकार का संक्रमण न फैले। 14 दिनों का क्वारंटाइन अवधी पूरी होते ही बागवानों को मधुमक्खियों के डिब्बे उपलब्ध करवाया जाएगा।
Latest
- CPS मामले में 8 व 9 मई को होगी सुनवाई, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता करेंगे पैरवी
- SJVN ने भारत के प्रथम बहुउद्देशीय ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्रोजेक्ट का किया उद्घाटन
- सेंट ल्यूक्स स्कूल में छात्र ने लैब से मिले काॅपर सल्फेट का किया सेवन, चंडीगढ़ रैफर
- Nahan में दुनिया के सबसे बड़े ड्रग तस्कर की भक्ति, SP ने दिखाई सहेजी गई तस्वीर
- HRTC की बस के टायर खुलने पर चालक का क्या कसूर, निलंबन के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी