शिमला : आईजीएमसी में 54 सैंपल रिपोर्ट में नया मोड़ आया है। रात 12:00 बजे तक रिपोर्ट को लेकर निचले स्तर से लेकर शीर्ष अधिकारी अलग-अलग बयान देते रहे, इसका नतीजा यह हुआ कि जबरदस्त कन्फ्यूजन पैदा हो गया। एमबीएम न्यूज नेटवर्क भी रात 12:00 बजे तक अधिकारिक बयान का इंतजार करता रहा। बहरहाल आज सुबह विभाग ने स्पष्ट किया है कि 54 में से 7 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है, इसमें से बद्दी के चार पहले ही मेदांता शिफ्ट किए जा चुके हैं। चार उस उद्योगपति महिला मरीज के सम्पर्क में आये थे, जिसकी गत शुक्रवार पीजीआई चंडीगढ़ में कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी। अन्य तीन संक्रमित मरीज सोलन के ही नालागढ़ कस्बे में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज़ से लौटे तबलीगी जमात के हैं। लिहाजा आईजीएमसी में तीन को दाखिल किया गया है। तीनों ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए पीड़ित जमाती हैं।
असमंजस इस कारण भी पैदा हुआ, क्योंकि विभाग अधिकारिक तौर पर मेदांता भेजे गए मरीजों को अपने रिकॉर्ड में शामिल नहीं कर रहा था। एक पक्ष आया कि सात पॉजिटिव पाए गए हैं, चार मेदांता भेजे गए हैं। हालांकि अब तक सब कुछ सही चल रहा था। विभाग द्वारा शाम के वक्त एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी जाती थी, लेकिन बीती रात ऐसा ना होने से हड़कंप मचा गया। दीगर हैै कि दूरदर्शन ने भी पॉजिटिव पाए गए रोगियों की संख्या को 11 ही दर्शाया था। सवाल इस बात पर भी है कि जब सरकार के अपने ही मीडिया ने रोगियों की संख्या 11 बता दी तो विभाग रात 12 बजे तक इस पर स्पष्टीकरण क्यों नहीं दे पाया। इसके इलावा रात 9 बजे से अफवाह फैलनी शुरू हो गई थी। उधर कोई असमंजस न फैले टांडा मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट को लेकर कांगड़ा प्रशासन ने देर रात यह साफ़ कर दिया कि रिपोर्ट का खुलासा रविवार को होगा। प्रश्न यह भी है कि इसी तरह का कदम आईजीएमसी में क्यों नहीं उठाया गया।