शिमला: हिमाचल में कोरोना वायरस के मरीज सामने के बाद से सरकार अलर्ट पर है। प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकारी कार्यालयों में रोस्टर की व्यवस्था लागू कर दी है। प्रदेश सरकार ने क्लास-थ्री व क्लास-फोर के 50 फीसदी कर्मचारियों को ही दफ्तरों में आने के आदेश जारी किए हैं। अन्य कर्मचारी अपना स्टेशन नहीं छोड़ेंगे और घर से ही सरकारी काम निपटाएंगे। इन श्रेणियों के कर्मचारियों को रोस्टर के आधार पर दफ्तर आना होगा तथा रोस्टर विभागाध्यक्ष तय करेगा। ये तत्काल प्रभाव से आगामी आदेशों तक प्रभावी रहेगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव कार्मिक आरडी धीमान की तरफ से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है।
धीमान ने शनिवार को शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि अब प्रति दिन कार्यालय में 50 फीसदी तृतीय व चतुर्थ श्रेणी आएंगे। कर्मचारियों का यह रोस्टर विभागाध्यक्ष तय करेगा। साथ ही जो कर्मचारी कार्यालय आएंगे उनमें से कुछ का सुबह 10 बजे व कुछ का साढ़े 10 बजे कार्यालय आने का समय होगा, ताकि अधिक भीड़-भाड़ न हो। रोटेशन पर जो 50 फीसदी लोग घर पर रहेंगे वह स्टेशन छोड़ कर नहीं जा सकते हैं तथा वह घर से कार्यालय का काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना बिमारी को छुपाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी, तथा इसे लेकर सभी जिलों के एसपी को आदेश जारी कर दिए गए हैं। प्रदेश से कोरोना वायरस की जांच के लिए 12 सैंपल भेजे गए थे, जिसमें से 10 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, केवल मात्र दो की रिपोर्ट पॉजीटिव है।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा में कोरोना वायरस से ग्रसित दो मरीज करीब 50 लोगों के संपर्क में आए हैं। इन सभी लोगों को निगरानी में रखा गया है। राज्य में 1030 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इसमें से 387 लोगों ने 28 दिन की अवधि पूरी कर ली है। 115 लोग बाहर चले गए हैं व 515 अभी भी निगरानी में हैं। एक सवाल के जवाब में धीमान ने कहा कि सोलन व शिमला प्रशासन के आग्रह पर रेलवे ने शिमला-कालका रेल सेवा आगामी आदेशों तक स्थगित कर दी गई है। इसके अलावा राज्य सरकार ने हवाई सेवा को भी एतिहातन बंद करने का आग्रह किया है।