हरिपुरधार: मां भंगाइणी मंदिर सेवा समिति के महासचिव अनिल ठाकुर ने एक बड़ा खुलासा किया है। ठाकुर ने आरोप लगाया है कि हरिपुरधार क्षेत्र से लोगों ने 80 फीसदी वोट लोकसभा चुनाव में भाजपा को दिए हैं। मगर स्थानीय भाजपा नेता क्षेत्र के विकास करवाने के लिए सरकार की बजाए मंदिर सेवा समिति पर ही निर्भर रहते हैं। ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार पर लोगों के भारी विश्वास के बावजूद स्थानीय भाजपा नेताओं का सरकार के साथ कोई तालमेल नही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक महीना पहले स्वाथ्य मंत्री विपिन परमार सीएचसी का उदघाटन करने हरिपुरधार आए थे।
उन्होंने एक स्प्ताह के भीतर सीएचसी हरिपुरधार को एक डॉक्टर के अलावा खाली पड़े लगभग 80 फीसदी पदों को भरने का आश्वासन दिया था, मगर डॉक्टर भेजना तो दूर की बात, एक चपरासी तक की नियुक्ति नहीं की। ठाकुर ने बताया कि स्टाफ का आलम यह है कि सीएचसी में एक मात्र डॉक्टर तैनात हैं। रोजाना यहां आने वाले 100 से अधिक मरीजों की पर्ची काटने से लेकर इलाज करने तक का कार्य उन्हें अकेले ही करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि सीएचसी में भारी संख्या में खाली पदों को देखते हुए पर्ची काटने व दवाईयां वितरित करने के लिए मंदिर सेवा समिति को अपनी और से एक कर्मी को नियुक्त किया है। पिछले 5-6 महीने से समिति उस कर्मी को प्रति माह 7 हजार रुपयें वेतन दे रही है।
ठाकुर ने आरोप लगाया कि हरिपुरधार में सार्वजनिक शौचालय बनाने के लिए लोग पिछले डेढ दशकों से मांग कर रहे हैं। हरिपुरधार में रोजाना सैंकड़ों सैलानियों के अलावा हजारों की संख्या में लोग आते हैं। सर्वाजनिक शौचालय न होने के कारण बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों व क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर न तो क्षेत्र के नेता चितिंत है और न ही सरकार इस और ध्यान दे रही है। ठाकुर ने बताया कि लोगों की इस गंभीर समस्या को देखते हुए मंदिर सेवा समिति ने हरिपुरधार बाजार में एक सार्वजनिक शौचालय बनाने का फैसला लिया है। इसका लगभग 60 फीसदी से अधिक कार्य भी पूरा हो गया है। ठाकुर ने बताया कि थुनियाड़ी खड्ड से हरिपुरधार बाजार समेत क्षेत्र की आठ पंचायतों के लिए एक उठाऊ पेयजल योजना बनाई गई है। पिछले कई वर्षो से इस परियोजना का खर्चा मदिर समिति वहन कर रही है। इस परियोजना को चलाने के लिए समिति पर हर महीने करीब 2 लाख से अधिक के खर्चे का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
ठाकुर ने बताया कि वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोरग में 6 दशक पहले बना भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। वर्ष 2019 मे समिति ने इस भवन की मरम्मत करने का फैसला लिया और मरम्मत कार्य पर लगभग 2 लाख रुपए खर्च किए। इसी तरह वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हरिपुरधार मे पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए बैठने तक के लिए जगह नही थी। बच्चों की इस गंभीर समस्या को देखते हुए समिति ने इस पाठशाला में लगभग 7 लाख की राशि खर्च करके एक हांल का निर्माण किया है। ठाकुर ने बताया कि पांच वर्षो पहले हरिपुरधार में सरकार ने उप तहसील खोली थी मगर अभी तक भवन का निर्माण नही करवाया गया है। नतीजन उप तहसील कार्यालय पिछले तीन वर्षो से मंदिर समिति के भवन में चल रहा है। उप तहसील कार्यालय का किराया तो दूर की बात बिजली का बिल भी खुद समिति को ही भरना पड़ रहा है। डेढ वर्ष पहले सरकार ने हरिपुरधार में पुलिस चौकी तो खोल दी मगर जब से चौकी खुली है, तबसे मंदिर समिति के भवन में विना किराए के चल रही है।