सोलन : चंडीगढ़ के मोहाली में पंजाब को ड्रग्स फ्री लैंड बनाने के लिए आयोजित विंटर हॉफ मैराथन-2020 में सोलन के तीन धावकों ने भाग लिया। सोलन की इंटरनेशनल मैराथन रनर कल्पना परमार और उनके दो बच्चों ने भी इस दौड़ में भाग लेकर फीनिशर मैडल हासिल किया। मोहाली विंटर हॉफ मैराथन में चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब के अलावा तीन हिमाचली धावकों ने भी भाग लिया। तीन वर्गों में हुई इस मैराथन में करीब एक हजार धावकों ने 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर व 5 किलोमीटर में भाग लिया।
इतिहास प्रवक्ता कल्पना परमार ने एक बार फिर से क्षेत्र का नाम रोशन किया है। कल्पना परमार ने बताया कि युवाओं को खेलों में आगे आना चाहिए और नशे से दूर रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि पंजाब विंटर मैराथन में 6 वर्ष के बच्चे से लेकर 92 वर्ष तक के बुजुर्गों ने इस दौड़ में भाग लेकर पंजाब को नशामुक्त बनाने का संदेश दिया। इस दौड़ में उनकी बेटी दीया कपूर ने भी 10 किलोमीटर और बेटे रचित कपूर ने 5 किलोमीटर की अपनी रेस कंपलीट की। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों ने करीब एक साल पहले दौडऩा शुरू किया था।
गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल में दसवीं कक्षा में पढऩे वाली दीया कपूर 7 और सातवीं कक्षा में पढऩे वाले रचित कपूर ने 5 मैराथन दौड़ चुके हैं। दोनों बच्चे अपनी मां को अपनी प्रेरणा मानते हैं, जो हमेशा उन्हें खेलों की ओर प्रेरित करती है। इससे उनका हौसला बढ़ा और एक साल से बच्चे भी अपनी मां के साथ-साथ मैराथन में दौड़ रहे हैं। दौडऩा उसका जनून है और वह इसके लिए खूब पसीना बहा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी वह मैराथन में भाग लेकर प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।