मंडी : आपदा प्रबंधन में पधियूं स्कूल के बच्चों ने अपनी कुशलता का लोहा पूरे प्रदेश में मनवाया है। इस स्कूल को प्रदेश भर में आपदा प्रबंधन के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में आपदाएं आना स्वभाविक सी बात है। यहां की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहां कभी भी किसी भी प्रकार की आपदा आपको घेर सकती है। लेकिन इन आपदाओं से आपको कैसे निपटना है और खुद को कैसे सुरक्षित बचाना है, इसके लिए प्रदेश भर में आपदा प्रबंधन पर जोर दिया जा रहा है।
खास तौर पर स्कूली बच्चों को आपदा प्रबंधन पर अधिक ज्ञान बांटा जा रहा है। इस कड़ी में उपमंडल के तहत आने वाले मिडल स्कूल पधियूं ने अपनी कुशलता का परिचय देते हुए प्रदेश भर में अपना लोहा मनवाया है। इस स्कूल में आपदा प्रबंधन के नाम पर जो कुछ किया जा रहा है, उसकी जितनी तारीफ की जाए, वह कम है। स्कूल का हर कोना हर प्रकार की आपदा से निपटने के लिए तैयार नजर आता है। स्कूल में आग, बाढ़ और भूकंप जैसी आपदाओं से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
खास बात तो यह है कि इस स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे आपदा प्रबंधन की बारीकियों में निपुण हो गए हैं। बच्चों को इस बात का पूरा पता है कि आपदा के समय उन्हें किस प्रकार से खुद को सुरक्षित रखना है और दूसरों की जान भी बचानी है। मिडल स्कूल पधियूं में आपदा प्रबंधन के कार्यक्रम प्रभारी राकेश कौशल बताते हैं डीसी ऋग्वेद ठाकुर, आपदा प्रबंधन की तरफ से अमरजीत सिंह और स्कूल प्रबंधन के मार्गदर्शन और सहयोग से ही आज स्कूल को यह मुकाम हासिल हो पाया है।
राकेश कौशल के अनुसार पहले भी स्कूल को जिला स्तर पर प्रथम पुरस्कार हासिल हुआ था। भविष्य में स्कूल का यह स्थान बरकरार रहे, इस दिशा में प्रयास किया जाएगा। वहीं स्कूली बच्चों के माध्यम से उनके परिवारों व गांव तक आपदा प्रबंधन के तरीके पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि आपदा प्रबंधन के कुशल संचालन के लिए प्रदेश के 12 स्कूलों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थानों से नवाजा गया है। यह वो स्कूल हैं जहां आपदा प्रबंधन की जमीनी हकीकत नजर आती है।