सुंदरनगर : प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केशव नायक ने सरकार और प्रशासन पर बल्ह और नाचन में खनन के वैध पटटे न जारी करने पर सवाल उठाए हैं। प्रशासन की इस लापरवाही से चार हजार टिप्पर ट्रैक्टर्स के मालिक बेरोजगार कर दिए गए हैं। ऐसे में वह अवैध खनन नहीं करेंगे तो क्या करेंगे। उन्होंने पूछा कि क्या अधिकारी टिप्पर ट्रैक्टर्स कि बैंक की क़िस्त भरेंगे। अधिकारी जनता के काम करने के बजाए भाजपा नेताओं के एजेंट बने हुए हैं। भाजपा की प्रदेश सरकार के मुखिया के गृह जिला में हुए जनमंचों में मुददे के सवालों को अधिकारी जनमंच तक पहुंचने ही नहीं देते हैं। जनता फोरलेन कंपनी से तंग है। मगर प्रशासन कंपनी केे आगे नतमस्तक है।
मुद्दे के सवालों को दरकिनार कर महज पेड़ काटने, नलके लगवाने तक सीमित कर दिया है। जबकि बीबीएमबी प्रभावित लोगों की जमीनों की जमाबंदियों, फोरलेन की जवाबदेही और बेरोजगारी पर कोई चर्चा नहीं हुई। अवैध खनन, जमीनों पर अवैध कब्जों और राजस्व विभाग की लापरवाहियों पर कोई गंभीर चर्चा नहीं हुई। कई परिवार इन अवैध कब्जों की वजह से कुंठित है। प्री जनमंच में कई पंचायतों में अधिकारी तक नहीं पहुंचे हैं। जनमंच में सीएए के समर्थन के लिए मिसकॉल करने का आहवान करना, हास्यापद भाषा में सवालों के जवाब देना एक मंत्री को शोभा नहीं देता है।
जनमंच महज बिना दुल्हे की शादी बनकर रह गया है। जहां पर टैंटों और धामों पर पैसा खर्चा जा रहा है। सरकार के 1100 नंबर पर जो हजारों समस्याओं का जिक्र हो रहा है। वह यह दर्शाता है कि सरकार के अधिकारी जनता के काम करने में सक्षम नहीं हैं। आम जनता की छोड़िए मेजबान पंचायत के प्रधान को भी राजनीति का शिकार होना पड़ा। उन्होंने कहा कि जनमंच के बाद भी कई लोग अपनी समस्याओं को लेकर आवदेन देते रहे हैं। मगर इस बारे में कोई गौर नहीं हुआ है।