मंडी : भले ही सीएम जयराम ठाकुर ने शहर में सिवरेज के दामों में 50 प्रतिशत की कटौती करने का ऐलान कर दिया है, लेकिन अब इस मामले पर राजनीति गर्माने लग गई है। राजनीतिक तौर पर जुबानी जंग छिड़ रही है मौजूदा और पूर्व आईपीएच मंत्रियों के बीच। बीती 23 दिसंबर को जब शहर के लिए बनी 24 घंटों की पीने के पानी की योजना का उदघाटन हुआ तो उस वक्त मौजूदा आईपीएच मंत्री ने खुले मंच से सिवरेज के दामों में की गई बढ़ोतरी की एक नोटिफिकेशन का जिक्र किया।
आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा था कि वर्ष 2005 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के आईपीएच मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने यह नोटिफिकेशन जारी की थी और उसका खामियाजा न सिर्फ मंडी बल्कि पूरे प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के इस आरोप पर पूर्व आईपीएच मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने जवाब दिया है। कौल सिंह ठाकुर का कहना है कि उन्होंने मंत्री रहते इस प्रकार की कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं करवाई। यदि सचिव स्तर पर ऐसी कोई नोटिफिकेशन जारी हुई होगी तो उसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि सिवरेज बिलों में 10 प्रतिशत बढ़ोतरी की बात जरूर कही गई थी। बता दें कि शहर में लंबे समय से पानी के मूल बिल पर 50 प्रतिशत सिवरेज चार्ज लगाकर लोगों को आर्थिक बोझ तले दबाया जा रहा था। बीती 23 दिसंबर को सीएम जयराम ठाकुर ने अब सिवरेज बिलों में 50 प्रतिशत की कटौती का ऐलान कर दिया है। हालांकि लोगों को राहत दे दी गई है लेकिन राजनीति शुरू हो गई है।