सुंदरनगर : बीते दो सप्ताह पहले ललित चौक-एमएलएसएम कॉलेज सड़क मार्ग पर एक तेज रफ्तार बाइक की टक्कर में घायल 7 वर्षीय सन्नी उपचार के दौरान अपनी याददाश्त खो चुका है। पीजीआई चंडीगढ़ में उपचाराधीन सन्नी ने आंखें तो खोल दी है। परंतु अब न वह अपनी माता और न ही पिता को पहचान रहा है। बता दें कि दुर्घटना में प्रवासी परिवार के दो बच्चों समीर और सन्नी को एक बेलगाम बाइक ने जोरदार टक्कर मारी थी।
हादसे के समय दो बच्चे स्कूल से घर लौट रहे थे। इसी दौरान बाइक्स की चपेट में दोनों बच्चे आ गए। जिसमें एक बच्चा समीर तो सुंदरगनर के सिविल अस्पताल में ठीक हो गया है। मगर पीजीआई में दाखिल सन्नी की हालत जिंदगी और मौत से जुझने वाली बनी हुई है। डॉक्टर्स ने उसकी याददाश्त खोने को लेकर बता दिया गया है। इससे परिवार और भी अधिक सदमें में आ गया है। घायल सन्नी के पिता कश्मीरी लाल ने कहा कि याददाश्त खोने के कारण उनका बेटा किसी को नहीं पहचान रहा है। उनका तो सब कुछ खत्म हो गया है। सदमें में बच्चे की मां ने तो खाना ही छोड़ दिया है।
कश्मीरी ने कहा कि परिवार के पास पैसे के नाम पर खाली पासबुक के अलावा कुछ नहीं है। लेकिन जिसने बच्चे को इस हालत तक पहुंचाया है। उसे पुलिस ने जमानत पर छोड़ दिया है। बाइकर की वजह से आज उनका बच्चा एक जिंदा लाश बन कर रह गया है। पिता ने हिमाचल सरकार से मांग की है कि आरोपी पर सख्त कार्रवाई करते हुए इलाज का सारा खर्चा उस पर डाला जाए। बेलगाम बाइकर ने उसके हंसते- खेलते परिवार को बर्बाद कर दिया है।
क्या कहती है पुलिस
इस बारे सुंदरनगर पुलिस थाना के एसएचओ कमलकांत ने कहा कि उन्हें बच्चे की याददाश्त खो जाने को लेकर जानकारी मिली है। बाइकर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। जल्द ही कोर्ट में चालान पेश किया जाएगा। यदि कोई इस परिवार की मदद करना चाहते है तो उसके पिता से इस नंबर 85806 41048 पर संपर्क कर सकता है या उसके खाता नंबर 32910108750 आईएफएससी कोड एचपीएससी 0000329 में बच्चे के पिता कश्मीरी के खाते में पैसा जमा करवा सकते हैं।