रिकांगपिओ: इन दिनों किन्नौर भयंकर शीतलहर की चपेट से गुजर रहा है। ऊपरी क्षेत्रों में नदी-नालों सहित झीलें व झरने तक पूरी तरह जमने लगे हैं। यहां तक कि 3,360 मीटर की ऊंचाई पर स्थित नाको झील भी पूरी तरह से जम चुकी है। इन दिनों कई युवा नाको झील के ऊपर आईएस स्केटिंग का आनंद ले रहे हैं। ऊपरी क्षेत्र में बहने वाली स्पीति नदी के दोनों छोर भी इन दिनों बूरी तरह से जम चुके हैं।
बहते पानी के जमने से पानी बर्फ की सिल्लियों में तब्दील हो चुका है। कई स्थानों पर 20-25 फीट से भी ऊंची बर्फ की सिल्लियां देखने को मिल रही हैं। ठंड इतनी अधिक है कि घरों के अंदर रसोई में पड़े प्याज, अंडे व सरसों का तेल तक जमने लगा है। लोगों का सुबह-शाम घरों से बाहर निकलना तक दूभर हो रहा है।
यहां रहने वाले लोग दिन ढलते ही अपने-अपने घरों में दुबकने को मजबूर हैं। इन दिनों नाको क्षेत्र का न्यूनतम तापमान माईनस 15 से 20 डिग्री के बीच दर्ज किया जा रहा है। इन क्षेत्रों में दिन के समय में भी शीतलहर चल रही है। जिस कारण यहां की ठंड खून जमा देने वाली हो गई है। कई स्थानों पर पानी के जमने से वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है।