सुंदरनगर : जहां एक तरफ हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार शिमला के रिज मैदान पर अपने 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर जश्न मना रही है तो दूसरी ओर नाचन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत छातर के लोगो ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर अपना रोष जताया। गांववासी पिछले कल वीरवार को लोक निर्माण विभाग के सब डिविजन धनोटू द्वारा केवल मात्र एक बिस्वा भूमि को खाली करवाने और रसूखदार को फायदा पहुंचाने के लिए की गई दादागिरी से सरकार व विभाग से खासे नाराज हैं।
मामले में छातर में विभाग द्वारा एक गौशाला व रिहायशी मकान सहित शौचालय को तोड़ दिया गया। विभाग की इस तुगलकी कार्रवाई से आहत होकर स्थानीय पंचायत प्रधान, प्रभावित और गांववासियों ने शुक्रवार को सरकार के 2 वर्ष पूरे होने को लेकर शिमला मेें आयोजित कार्यक्रम का बहिष्कार किया। विभाग द्वारा एसडीएम के आदेशों की पालना करते हुए कार्रवाई अमल में तो लाई गई है, लेकिन इस प्रकार से ठिठुरने वाले ठंठ केे मौसम मेें परिवार सहित पशुओं को भी सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। प्रभावित परिवार पिछले लगभग 40 वर्षों से इस पुश्तैनी मकान में रहता है। विभाग द्वारा अमल में लाई जा रही कार्रवाई के दौरान माहौल संवेदनशील रहा।
प्रभावित विभागीय अधिकारियों व नाचन विधायक से उन्हें कुछ मौहलत देने की गुहार भी लगाते रहे। लेकिन उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं था। विभाग पुलिस की मौजूदगी में गरीबों का आशियाना उजाड़ते रहे। गौरतलब है कि पीडब्ल्यूडी विभाग धनोटू द्वारा एसडीएम के न्यायालय में गंगा राम और जानकी देवी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश पब्लिक प्रेमिसेस एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया था। इसके अंतर्गत विभाग द्वारा एसडीएम के भूमि खाली करने के आदेश की अनुपालना करने के लिए मौके पर कार्रवाई अमल में लाई गई।
जानकारी देते हुए ग्राम पंचायत जुगाहण प्रधान मीना कुमारी ने कहा कि विभाग द्वारा गांव छातर में 2 कमरों का कच्चा मकान उखाड़ा गया है। उन्होंने कहा कि इस मकान में प्रभावित पिछले लगभग 40 वर्षों से बुजुर्गों द्वारा बनाए गए मकान में रह रहे थे। इनकी 3 छोटी-छोटी बच्चियां है, लेकिन लोक निर्माण विभाग द्वारा मकान को तोड़ इन्हें बेघर कर दिया है। पीड़ित गंगा सिंह ने कहा कि वह अपनी तीन बच्चियों सहित अपने परिवार के साथ इस मकान में रहता था। यह उनको उनके बुजुर्गों द्वारा दिया गया मकान था। पंचायत प्रधान मीना कुमारी ने कहा कि एक तरफ केन्द्र सरकार हर गरीब को मकान मिलने की बातें करती है, लेकिन यहांं पर गरीबों के आशियाने उजाड़े जा रहे है।
उन्होंने कहा कि उनके पिछले 4 वर्ष के बतौर प्रधान कार्यकाल में आज तक पंचायत में मात्र 2 मकान गरीब लोगों को मिल पाए हैं। अगर इसी तरह से गरीबों के मकानों को तोड़ा जाएगा तो पीएम नरेंद्र मोदी का जरूरतमंद को घर देने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। मीना कुमारी ने सरकार से सवाल किया है कि पंचायत वासियों द्वारा उन्हें बतौर प्रधान जरूर चुना गया है, लेकिन हमारे पास इतना भी हक नहीं है की गरीब लोगों को मकान की सुविधा दे सके। पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा जनता से वोट मांगे जाते है, अगर इस तरह जनता के साथ खिलवाड़ होता रहा तो लोग आने वाले समय में सरकार के खिलाफ खड़े हो जाएंगें और सरकार को एक-एक वोट के लिए तरसना पड़ेगा।
पंचायत प्रधान ने कहा कि आज जयराम सरकार के दो वर्ष पूरे हुए है, जिसके लिए पंचायत के लोगों की एक बस शिमला जाने वाली थी। लेकिन गरीब लोगों का मकान तोड़ने के बाद सभी ने सरकार के दो वर्ष पूरे होने के जश्न में शामिल नहीं होने का फैंसला लिया है।