राजगढ़: पच्छाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी गंगूराम मुसाफिर ने बेबाक तरीके से इस बात को स्वीकार किया है कि दो बार हारकर अक्ल आ गई है। अब जीतने की स्थिति में गलतियों को नहीं दोहराएंगे। मुसाफिर ने कहा कि जनता ने पहले एक बार हराया। फिर दूसरी बार हराकर सजा दे दी है। मुसाफिर ने कहा कि वैसे तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उनके मित्र हैं।
परंतु, अपनी चुनावी जनसभाओं में जयराम ने कहा कि 35 सालों में पच्छाद का विकास नहीं हुआ है। लिहाजा वो मुख्यमंत्री से आग्रह करते हैं कि अपने विधानसभा क्षेत्र की तुलना पच्छाद से करें। मुसाफिर ने कहा कि क्या सीएम के अपने निर्वाचन क्षेत्र में ऐसा है, जहां दो विकास खंड हों, साथ ही दो एसडीएम कार्यालय। मुसाफिर ने कहा कि पच्छाद प्रदेश के निर्माता की जन्मस्थली है। इसे हर पहलू से विकसित करना ही लक्ष्य है।
चुनावी जनसभा में हालांकि मुसाफिर ने यह नहीं कहा कि यह चुनाव उनका आखिरी है। लेकिन इस बात की संभावना जताई कि वो इस बार आखिरी चुनाव लड़ रहे हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर हर पल पार्टी के प्रचार में जुटे हुए हैं। इससे कार्यकर्ताओं के मनोबल में बढ़ोतरी हुई।
गौरतलब है कि चुनावी माहौल में कांग्रेस ने वीरवार को राजगढ़ में लोकतंत्र बचाओ के नारे के तहत रैली का आयोजन किया था। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि बीजेपी के तीन बड़े महारथियों ने ट्रांसगिरी को जनजातीय दर्जा देने का वादा किया था। लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ है। राठौर ने कहा कि कांग्रेस का भविष्य सुनहरा हैं। 2022 में कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनते ही ट्रांसगिरी को जनजातीय का दर्जा देने की पुरजोर वकालत की जाएगी।