सुंदरनगर : बल्ह उपमंडल की हल्यातर पंचायत के सरूआ गांव के शहीद हुए दीपराज ठाकुर की शहादत को प्रदेश सरकार भले ही भूल चुकी है। लेकिन दीपराज ठाकुर की कुर्बानी आज भी मंडी की जनता के दिल में है। राज्य और केंद्र सरकार की ओर से दीपराज ठाकुर के परिवार को न तो 30 साल बीत जाने के बाद किसी सदस्य को नौकरी मिली है और न ही सरकारी तौर पर आर्थिक मदद आज तक केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्राप्त हुई है। इस बात को लेकर शहीद दीपराज ठाकुर के परिवार और पंचायत की जनता को गहरा मलाल है।
दीपराज ठाकुर की विधवा पत्नी शारदा देवी, भाई परसराम ग्राम पंचायत के प्रधान रोशन लाल ठाकुर समेत अन्य ग्राम सुधार सभा समिति के सदस्य और समाजसेवी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि वह शहीद दीपराज ठाकुर के परिवार के सदस्य को नौकरी प्रदान करने में पहल करें। दूसरी ओर 30 साल के लंबे इंतजार के बाद भी वित्तीय लाभ दीपराज ठाकुर के परिवार नहीं मिले हैं। उन्हें दिलवाने में शहीद दीपराज ठाकुर के परिवार की मदद करें।
शहीद दीपराज ठाकुर की विधवा पत्नी शारदा देवी ने कहा कि वह पिछले तकरीबन 30 सालों से शहीद के परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन और विभागीय अधिकारियों के कार्यालय में जाकर थक चुके हैं और हार चुके हैं। लेकिन कोई भी उनकी सुनवाई करता नजर नहीं आया है। उन्होंने बताया कि सन 1991 में दीपराज ठाकुर आसाम के भूटान में एटीपीएफ बॉर्डर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में बम ब्लास्ट के दौरान अपने चार अन्य साथियों के साथ शहीद हो गया था।
लेकिन विडंबना यह है कि संबंधित राज्यों की सरकारों ने उक्त चार अन्य शहीदों को और उनके परिजनों को सरकारी नौकरी प्रदान करने के साथ-साथ आर्थिक मदद और पेंशन मुहैया करवाई है। लेकिन एकमात्र शहीद दीपराज ठाकुर के परिवार को ही हिमाचल सरकार न तो शहीद का दर्जा दिया गया है और न ही शहीद दीपराज के परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दी गई है। शहीद दीपराज ठाकुर के भाई परसराम का कहना है कि वे अपने भाई को न्याय दिलवाने के लिए हिमाचल सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक और संबंधित राज्य की आसाम सरकार तक के मुख्य सचिव, राज्यपाल और देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री सहित अन्य कई मंत्रियों से इस मसले में पैरवी करने और विधवा शारदा देवी को न्याय दिलवाने के लिए बार-बार आग्रह कर चुके हैं।
वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत प्रधान रोशन लाल ठाकुर का कहना है कि पंचायत के माध्यम से भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखेंगे। शहीद दीपराज ठाकुर को शहीद का दर्जा दिलवाने से लेकर उसके घर तक पक्की सड़क का निर्माण करने और शहीद के नाम पर क्षेत्र में पार्क स्थापित करने की मांग की जाएगी। जो इस परिवार के सदस्य को सरकार की ओर से मदद नहीं मिली है और परिवार के सदस्य को नौकरी नहीं मिली है। उसे न्याय दिलवाने के लिए हर मोर्चे पर जाएंगे।