शिमला : गूगल न्यूज इनिशियेटिव और प्रेस क्लब शिमला के संयुक्त तत्वाधान में फेक न्यूज की रोकथाम विषय पर शुक्रवार को प्रेस क्लब के सम्मेलन हाॅल में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में 65 मीडिया कर्मियों, मिलिट्री इंटैलिजेंस, शिमला पुलिस व साइबर पुलिस के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। गूगल की तरफ से अधिकृत गूगल प्रमाणिक प्रशिक्षक दीपक खजूरिया ने कार्यशाला में फेक न्यूज को पहचानने, गूगल पर पासवर्ड व सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत करने तथा गूगल के टूल्ज को इस्तेमाल करवाने के साथ इनका प्रयोग करना भी बतलाया।
उन्होंने प्रतिभागियों को जानकारी दी कि गूगल ने किसी भी तस्वीर को परखने-जांचने के लिए बहुत सारे टूल्स इजाद किए हैं। गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल से गूगल डेटाबेस के जरिए किसी भी तस्वीर की असलियत का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने प्रतिभागियों को फोटो और वीडियो की सत्यता की जांच के तरीके को प्रोजेक्टर स्क्रीन के जरिए सिखाया। इस दौरान गूगल रिवर्स इमेज सर्च तथा कई फोटो व वीडियो के फेक होने व सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर गलत तरीके से पेश करने वालों की पहचान के तरीके बताए गए। व्हाट्सअप व फेसबुक का प्रयोग समझदारी से करने तथा फेक न्यूज, फोटो व वीडियो के सत्यापन की बारीकियों के बारे में अवगत करवाया। दीपक खजूरिया ने बताया कि गूगल टूल्स की मदद से फोटो और विडियो में मिसइनफार्मेशन और डिसइनफार्मेशन को आसानी से पकड़ा जा सकता है।
कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ज्यादातर कंटेंट फेक होता है या फिर ओरिजिनल फोटो या विडियो को तोड़मरोड़ कर वायरल किया जाता है। ताकि सम्बंधित व्यक्ति व समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज इंटरनैट के दौर में सूचनाएं सोशल नैटवर्किंग साइट के जरिए आसानी से आम लोगों तक पहुंच रही हैं, लेकिन तकनीक ने अनेक चुनौतियां भी खड़ी कर दी हैं। ऐसी परिस्थिति में मीडिया व सुरक्षा एजेंसियों के सामने अपने तकनीकी कौशल को बेहतर बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गूगल रिवर्स इमेज सर्च का प्रयोग करके फोटो व वीडियो की विश्वसनीयता जांची जा सकती है।