भुंतर : परिवहन मंत्री के गृह जिला में परिवहन निगम हिचकोले खा रही है, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है अन्य जिलों में क्या हालत होगी। बुधवार को ऐसा ही एक मामला साने आया है। यहां एचआरटीसी की बस ने यात्रियों को आधे रास्ते में ही छोड़ दिया। इतना ही नहीं भुंतर से नरोगी जाने वाली 4 बजे की बस भुंतर स्टॉप पर ही नहीं पहुंची। लेकिन साढ़े 6 बजे पंहुची बस ने भी यात्रियों को आधे रास्ते में ही छोड़ दिया। इस बस में दर्जनों महिलाएं, स्कूली बच्चे और बुजुर्ग यात्री शामिल थे।
लोगों को रात के अंधेरे में 7-8 किलोमीटर का सफर पैदल तय कर घर पहुंचना पड़ा। इस दूर-दराज के क्षेत्र में महिलाओं को और स्कूली बच्चों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। अभिभावकों को बच्चों की चिंता सताती रही। निगम की बस द्वारा रात को आधे रास्ते में छोडऩे पर जनता काफी आक्रोशित थी। ग्राम पंचायत शिलिहार के प्रधान भीमसेन का कहना है कि परिवहन निगम की बसों के हालात बहुत ही खराब है। ड्राइवर भी मनमानी करते हैं। ग्राम पंचायत शिलिहार के नरोगी गांव को आने वाली बस कभी खराब होती है तो कभी समय पर नहीं आती। जिससे क्षेत्र की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जनता का कहना है कि दूरदराज क्षेत्र के तीखे मोड़ वाले डेंजर रोड़ में अनाड़ी ड्राइवरों को भेज दिया जाता है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बुधवार को भी यह बस 2 स्थानों पर दुर्घटनाग्रस्त होने से बची। जनता ने प्रशासन से मांग की है कि इस रोड पर नियमानुसार बस भेजी जाए और अनुभवी ड्राइवरों को ही भेजें। वहीं आरएम देवेंद्र नारंग का कहना है कि बस के ड्राइवर ने यात्रियों को आधे रास्ते में क्यों छोड़ा, इसकी छानबीन की जाएगी।