कालाअंब : पुलिस आपके जीवन की सुरक्षा के लिए चालान ही नहीं करती, बल्कि सामाजिक दायित्व को भी निभाती है। इस बात को कालाअंब पुलिस ने बखूबी साबित कर दिखाया है। कड़ी मशक्कत के बाद बिहार से संबंध रखने वाली बुजुर्ग महिला बढिय़ा देवी को अपनों से मिलवाया है। पुलिस को बिक्रमबाग पंचायत के प्रधान के माध्यम से सूचना मिली थी कि एक महिला के मानसिक स्थिति सही नहीं लग रही जो स्पष्ट तौर पर हिंदी नहीं बोल पाती है।
महिला को कालाअंब थाना लाया गया। महिला भोजपुरी में बात कर रही थी और महिला ने केवल अपनी लोकेशन के बारे में हल्का सा हिंट दिया। खुद को नोरवा का बता रही थी। इसी क्लू के बूते पुलिस बिहार के उस जनपद तक पहुंच गई जहां से महिला का संबंध था। पुलिस ने तुरंत ही महिला की तस्वीरें व्हाट्सएप पर रोहतास पुलिस को उपलब्ध करवाई। करीब 65 वर्षीय महिला की बेहद ही मार्मिक दास्तां सामने आ गई। दरअसल 2012 में महिला के पति की मौत हुई थी। इसके बाद से ही उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। अचानक ही 2014 में घर से लापता हो गई।
थाना प्रभारी जितेद्र सिंह के मुताबिक परिवार से संपर्क हुआ तो पता चला कि महिला का दमाद पंजाब के अमृतसर में नौकरी करता है। दमाद को इसकी सूचना दी गई। बुधवार शाम महिला को दमाद के हवाले कर दिया गया। कुल मिलाकर जीवन के बेहद ही चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही महिला को परिवार से मिलवा कर कालाअंब पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की है। जानकारी के मुताबिक पुलिस को महिला के परिवार को तलाशने में बेहद ही मेहनत करनी पड़ी। उल्लेखनीय है कि औद्योगिक क्षेत्र होने के वजह से पहले ही पुलिस ओवरबर्डन रहती है। बावजूद इसके महिला के परिवार को तलाशने में पुलिस ने बेहतरीन कार्य किया है।