मंडी : सरकाघाट उपमंडल में खुलने जा रही प्रदेश की पहली प्री कोचिंग सैन्य अकादमी में न सिर्फ सेना से संबंधित कोचिंग दी जाएगी बल्कि यहां आईएएस और एचएएस जैसी प्रतियोगी परिक्षाओं की कोचिंग का प्रावधान भी रखा जाएगा। बता दें कि सरकाघाट में प्रदेश सरकार राज्य की पहली प्री कोचिंग सैन्य अकादमी खोलने जा रही है। अभी शुरूआती दौर में यह अकादमी सरकाघाट कॉलेज के हॉस्टल में चलेगी, जबकि जल्द ही इसके भवन का निर्माण किया जाएगा।
इस अकादमी में दो प्रकार की कोचिंग का प्रावधान होगा। एक तो सेना या पैरामिल्ट्री फोर्स में बतौर सैनिक भर्ती होने के लिए कोचिंग दी जाएगी और दूसरा सेना में अधिकारी बनने के लिए कोचिंग दी जाएगी। सेना में अधिकारी बनने के लिए जो कोचिंग मिलेगी उसी में आईएएस और एचएएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं का कंसेप्ट भी शामिल किया गया है। सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अमीर परिवारों के बच्चे दिल्ली या चंडीगढ़ जाकर प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग ले लेते हैं, लेकिन गरीब परिवारों के होनहार बच्चे इसमें पिछड़ जाते हैं।
उन्होंने बताया कि अकादमी के शुरू होने के बाद 10वीं की परीक्षाओं में जो भी बच्चे टाॅपर रहेंगे, उन्हें यहां कोचिंग देने का प्रावधान किया जाएगा। यहां कोचिंग के लिए आने वाले बच्चे पर ही निर्भर करेगा कि उसने आईएमए, एनडीए, आईएएस या एचएएस सहित अन्य किस प्रकार की प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी करनी है। क्योंकि इन सभी प्रतियोगी परिक्षाओं से संबंधित कोचिंग इस सेंटर पर देने का प्रावधान किया जाएगा। वहीं इस कोचिंग सेंटर में दूसरी कोचिंग सेना में बतौर सैनिक भर्ती होने को लेकर दी जाएगी। यह तीन महीनों का ट्रेनिंग कैंप हुआ करेगा। इसमें फिजिकल फिटनेस और रिटन एग्जा़म से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके बाद युवा सेना, अर्धसैनिक बल, हिमाचल पुलिस या वन विभाग सहित अन्य प्रकार की भर्तियों के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की मानें तो अकादमी को लेकर सारा प्रारूप तैयार कर लिया गया है और जल्द ही सीएम जयराम ठाकुर के हाथों इसका विधिवत रूप से शुभारंभ करवाया जाएगा। वहीं इसके अपने भवन की आधारशिला भी उसी दिन रख दी जाएगी। मंत्री की मानें तो अगले दो से तीन महीनों के भीतर यह अकादमी विधिवत रूप से शुरू हो जाएगी।