पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज): देश की प्रतिष्ठित इकाई सन फार्मा से निकाले गए सुरक्षाकर्मियों ने उद्योग को आत्मदाह की धमकी दी है। गुस्साए कामगारों ने उद्योग के गेट के सामने जमकर नारेबाजी भी की। गंगूवाला स्थित इकाई से 28 सुरक्षा कर्मियों को बिना पूर्व नोटिस हटा दिया गया।
बुधवार को इस मामले ने इस कारण तूल पकड़ा क्योंकि कंपनी प्रबंधन ने आंदोलनकारी कामगारों को परिसर से 50 मीटर दूर प्रदर्शन करने को कहा। इस पर हड़ताली कर्मी अधिक भडक़ गए। निकाले गए कर्मचारी प्रदेश सरकार व इकाई प्रबंधन वर्ग से खफा हैं। बेरोजगार होने से परेशान, मजदूर ने आत्मदाह की धमकी दी है।
मजदूर राजेश कुमार ने पुलिस महानिदेशक को लिखित पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि वह करीब दो दशकों से इकाई में सेवा दे रहे हैं, बावजूद इसके बिना पूर्व सूचना के कंपनी गेट बंद कर दिया गया और बिना वजह बताए 28 लोगों को उद्योग से बाहर कर दिया गया। उद्योग के इस रवैये के बाद कामगारों को परिवार का पालन पोषण व बच्चों की चिंता सता रही है।
एक सप्ताह से कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। इसलिए उद्योग के गेट के सामने आत्मदाह को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए कंपनी प्रबंधन व सरकार जिम्मेदार होगी। पुलिस महानिदेशक हिमाचल प्रदेश को पत्र लिखकर भेज दिया है। जिसमें किसी भी समय कंपनी गेट के सामने आत्मदाह को चेताया है।
उधर, डीएसपी पांवटा भीष्म ठाकुर ने कहा कि इस तरह की सूचनाएं मिली हैं। इसलिए आसपास के क्षेत्र व इकाई परिसर के आसपास कड़ी नजर रखी जा रही है। स्थानीय पुलिस को सर्तक कर दिया गया है।