नाहन (एमबीएम न्यूज) : नगर परिषद ने किराए न देने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। नगर परिषद द्वारा डिफाल्टर घोषित किए जाने पर शहर की दो दुकानों को अपने कब्जे में ले लिया है। नप ने यह कार्रवाई बुधवार को शुरू की। नगर परिषद की टीम ने शहर के एमसी कम्पलेक्स की दो दुकानों में एक साल पहले ताले किराए न देने पर ताले जड़े थे। नप ने कई बार उक्त दुकानदारों से किराए से संबंधित नोटिस भेजे। मगर दुकानदारों कोई जवाब न आने पर उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया गया। परिषद की टीम ने दोनों दुकानों पर अपने ताले जड़ दिए हैं। पुलिस टीम की अगवाई में दुकानों को अपने हैंडओवर किया। नप की टीम ने बताया कि दुकान के अंदर कुछ भी सामान नहीं मिला। कार्रवाई के दौरान नप ने दुकानों की वीडियो ग्राफी भी की। नगर परिषद की शहर में स्थित कई दुकानों की 14-15 लाखों की रिकवरी पेंडिंग पड़ी है।
मिली जानकारी के अनुसार शहर के करीब एक दर्जन भर नगर परिषद की दुकानों के दुकानदारों के पास लाखों की पेंडिंग पड़ी है। नगर परिषद किराए से संबंधित कई बार दुकानदारों को नोटिस थमा चुकी है। मगर दुकानदारों पर इसका कोई भी असर नहीं हो रहा। हालांकि नप ने कार्रवाई करते हुए डिफाल्टरों दुकानों पर ताले जड़े थे। मगर ताले जडऩे के बाद कोई भी दुकानदार न तो दुकान पर आया। व न ही नगर परिषद द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब दिया। विभागीय सूत्रों का कहना है कि जल्द ही विभाग कई दुकानों को अपने कब्जे में ले लेगी। नगर परिषद ने डिफाल्टर घोषित किए गए दुकानदारों की दुकानों पर अपने ताले जड़ दिए हैं। दुकानदारों के चैक बाउंस होने की सूरत में नप ने यह कार्रवाई की। नप ने डिफाल्टर दुकानदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। बुधवार को नप की टीम में शामिल जेई ललित गोयल, सुपरवाइजर मोहम्मद असरफ अली व प्रदीप अग्रवाल ने एमसी कॉप्लेक्स की दुकानों को अपने हैंड ओवर किया।
बताया यह भी जा रहा है कि वीरवार को भी नप के टीम आधा दर्जन दुकानों को अपने कब्जे में लेगी। विभाग ने संबंधित दुकानदारों को कई पत्र लिखे, नोटिस भी भेजे, मगर कोई जवाब न आने की सूरत में पुलिस टीम की अगुवाई में दुकानों में ताले जड़े। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी ने बताया कि एमसी कामप्लेक्स स्थित दो दुकानों को नप ने अपने कब्जे में ले लिया है। द केयर मार्केटिंग एंड फाइनेंस कमेटी के ऑनर राकेश नारनौल, चंद्रमोहन व सुनील कुमार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही रिकवरी के लिए उन्हें नोटिस भी भेज दिए हैं। उन्होंने बताया कि शहर की कुछ ओर दुकानों पर यह कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि नप का दुकानदारों के पास लगभग 14-15 लाख रूपए किराए के रूप फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दुकानदारों ने किराया दे दिया है। मगर कई दुकानदारों ने किराया नहीं है, उनपर यह कार्रवाई की जा रही है।