एमबीएम न्यूज़/ कुल्लू
हिमाचल प्रदेश के सबसे कम उम्र में एसपी बनने वाले व सिंघम नाम से प्रसिद्ध गौरव सिंह ने कुल्लू जिला के बतौर एसपी पदभार संभाला। 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी गौरव सिंह ने प्रदेश के कई जिलों में बतौर एएसपी सेवाएं दी हैं। उनका यह कार्यकाल खनन व नशा माफिया को सबक सिखाने वाला रहा था। इस अधिकारी की कार्यप्रणाली की जनता प्रशंसा करती है तथा बीबीएन के जनप्रतिनिधि व लोग चाहते थे कि वे यहां पर एसपी के पद पर कार्यरत रहें। ताकि नशा व खनन माफिया पर लगाम लग सके।
गौरव सिंह का जन्म1 जुलाई, 1990 को आगरा में एक साधारण परिवार में हुआ है। उनके पिता का नाम बी सिंह और माता का नाम किरण देवी हैं। गौरव शिमला, बद्दी व कांगड़ा में बतौर एएसपी सेवाएं और लाहौल-स्पीति में बतौर एसपी सेवा दे चुके हैं। बद्दी में तैनाती के बाद से ही आईपीएस गौरव सिंह अवैध खनन और नशीले पदार्थ के कारोबार पर सख्त रुख अपनाए हुए थे।
उनके आठ महीने के कार्यकाल के दौरान बद्दी में अवैध खनन पर लगभग अंकुश लग गया था। दिन में ड्यूटी के बाद रात में भी गौरव अचानक छापामारी और गश्त पर खुद निकल जाते थे। उनकी कार्यशैली की दहशत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बद्दी में रात के अंधेरे में फलने-फूलने वाला अवैध खनन का कारोबार लगभग बंद हो गया था। 7 माह के कार्यकाल में अवैध खनन के 177 मामले पकड़े थे।
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बद्दी में बतौर एएसपी गौरव सिंह ने अपने 7 महीनों के कार्यकाल में अवैध खनन के 177 मामले पकड़े व करीब 26 लाख रुपए जुर्माना वसूला था। इसी तरह ड्रग्स के 13 व अवैध शराब कारोबार के 75 मामले पकड़े थे। बद्दी में अपने कार्यकाल में गौरव सिंह ने एटीएम से नकदी चोरी, चेन स्नैचिंग व मर्डर के 2 मामलों को भी सुलझाया था।