जीता सिंह नेगी/रिकांगपिओ
बिना अनुमति के किन्नर कैलाश यात्रा पर गए दो श्रद्धालुओं की मौत के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गई है। उपायुक्त गोपाल चंद की अध्यक्षता में हाई पवार कमेटी की बैठक हुई। बैठक में एसपी साक्षी वर्मा, एसडीएम कल्पा सुरेंद्र ठाकुर, कमाडेंट होमगार्ड सुरेश कुमार, सीएमओ पदम नेगी उपस्थित थे। उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश विविध साहसिक गतिविधि नियम 2017 के मुताबिक जिला में किसी भी ट्रैकिंग गतिविधि को पर्यटन अधिकारी की पूर्व अनुमति के साथ किया जाएगा। ट्रैकिंग व कैंपिंग की अनुमति वन विभाग से लेनी है।
उन्होंने कहा कि जिला में ट्रैक का आयोजन करने वाले टूर ऑपरेटर को पर्यटन विभाग के साथ पंजीकृत होना होगा। ट्रैक शुरू करने से पहले निकटतम पुलिस स्टेशन में ट्रैकर्स की सूची जमा करनी होगी। उन्होंने कहा कि टूर ऑपरेटरों को ट्रैक खत्म करने के बाद पुलिस स्टेशन में नाम के साथ ट्रैकर्स की सूची प्रस्तुत करनी होगी। उपायुक्त ने कहा कि पिछले अनुभव को ध्यान में रखते हुए बिना प्रशासन की अनुमति से किसी भी ट्रैकर्स और तीर्थ यात्रियों को किन्नर कैलाश ट्रैक पर नहीं जाने दिया जाएगा।
उपायुक्त ने स्थानीय लोगों से भी आग्रह किया कि स्थानीय लोग भी प्रशासन का समर्थन कर लोगों को किन्नर कैलाश की ओर बढ़ने की सलाह न दें। उपायुक्त ने पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा, एसडीएम कल्पा सुरेंद्र ठाकुर से कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए किन्नर कैलाश प्रवेश द्वार पर सूचनात्मक संदेश लगाए जाएं। यात्रियों को किन्नर कैलाश की तरफ जाने से रोकने के लिए जवान तैनात की जाएं।
उपायुक्त ने कहा कि किन्नर कैलाश यात्रा-2019 मौसम की स्थिति पर विचार करने के बाद ही शुरू होगी। आधिकारिक तिथि से पहले लोगों और तीर्थ यात्रियों को ट्रैक करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।