जीता सिंह नेगी/ रिकांगपिओ
बुधवार को जिला मुख्यालय रिकांगपिओ समेत जिला के अधिकांश क्षेत्रों में हुई बारिश को उत्तम व बागवानी के लिए लाभदायक माना जा रहा है। इस दौरान किन्नौर कि ऊंची पहाड़ियों पर हुए बर्फ़बारी से तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को पूरे दिन किन्नौर के अधिकांश क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश होती रही। काफी दिनों बाद हुई इस बारिश को बागवानी व कृषि के लिए उत्तम माना जा रहा है।
यहां के बागवान बीते कई दिनों से बारिश न होने से चिंतित भी नजर आ रहे थे। बुधवार को हुए पर्याप्त बारिश ने सभी बागवानों की मुराद पूरी कर दी। बताया जाता है कि जून महीने में इस तरह की बारिश होने से जहां लोगों को सूखे से निजात मिलती है। वहीं सेब के आकार में भी वृद्वि करने में यह बारिश अहम भूमिका निभाती है। जून महीने में हुई इस बारिश को सेब की फसल के साथ नकदी फसल मटर के लिए अमृत तुल्य माना जाता है। यह बारिश सेब के लिए लाभदायक सिद्ध हो रही है।
यह बारिश कृषि के लिए भी काफी उत्तम है। बता दें कि इन दिनों किन्नौर के ऊंचाई वाले इलाकों में मटर की बिजाई का कार्य जोरों पर है। वहीं कई क्षेत्रों में मटर में फूल लगा है। इस बारिश से यहां के बागवानों के साथ-साथ किसानों में भी खुशी देखी जा रही है। समाचार लिखे जाने तक रिकांगपिओ समेत जिला के अधिकांश आबादी वाले क्षेत्रों में बारिश होने के साथ-साथ ऊंची पहाड़ियों पर बर्फ़बारी का दौर जारी था। इस दौरान जिला के किसी भी क्षेत्र से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
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