नितेश सैनी/सुंदरनगर
प्रदेश में नेशनल हाईवे की खस्ता हालात को लेकर जयराम सरकार और प्रशासन लगातार घिरता हुआ नजर आ रहा है। कई जगह नेशनल हाईवे में गहरे खड्डे पड़े है तो कई जगह हाईवे को एक तरफ़ा बंद किया गया है, जिसकी वजह से प्रदेश में लगातार हादसों में इजाफा हुआ है। वहीं हादसे होने में मंडी जिला का सुंदरनगर भी पीछे नहीं है।
पिछले दो साल से किरतपुर से नेरचौक फोरलेन हाईवे का कार्य प्रगति पर है लेकिन सुंदरनगर में पुघ से जडोल तक कई जगह पिछले छ महीने से लैंडस्लाइड होने से हाईवे एक तरफ़ा बंद है। जिसके कारण प्रशासन ने हाईवे को एक तरफ़ा आवाजाही के लिए शुरू किया है, लेकिन एक तरफ़ा हाईवे पर गाड़िया चलने से यहाँ पर आज तक सैकड़ो हादसे पेश आ चुके हैं। इससे कई लोग घायल हुए तो दर्जनों लोग मौत का ग्रास बने। हाईवे को दोनों तरफ़ा खोलने के लिए लोगो ने स्थानीय प्रशासन और स्थानीय विधायक से कई बार गुहार लगाई,लेकिन इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया।
वही अब सुंदरनगर के सलापड़ निवासी सुरेश वर्मा ने स्थानीय प्रशासन और सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जल्द फोरलेन के हालात ठीक नहीं किए जाने पर विधायक के साथ स्थानीय प्रशासन को प्रदेश हाईकोर्ट में पीएलआई डालने का मन बना लिया है। सुरेश वर्मा ने कहा की जब से फोरलेन हाईवे का काम चल रहा है, तब से लेकर आज तक सुंदरनगर से जडोल तक सड़क की हालत खस्ता है। एक तरफ से लैंडस्लाइड होने से हाइवे पूरी तरह बंद है जिस की वजह से हाईवे को एक तरफ़ा चलाया गया है, जिसकी वजह से यहाँ पर पिछले 2 साल में सैकड़ो हादसे पेश आ चुके हैं।
दर्जनों मौते हो चुकी हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन उस दिशा में आज तक कुछ नहीं कर पाया और स्थानीय विधायक भी इस मुद्दे पर बात नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा की अगर जल्द फोरलेन हाइवे की हालात में सुधार नहीं होता और दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं होती तो स्थानीय लोगो के साथ मिल मामले को प्रदेश उच्च न्यायालय में उठाएंगे। और स्थानीय प्रशासन और विधायक के खिलाफ पीआईएल डालेगे। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है की जल्द हाइवे को ठीक करवाया जाये नहीं तो अंजाम भुगतने को तैयार रहे।