एमबीएम न्यूज़/शिमला
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बर्फबारी लोगों के लिए आफत बन गई है। बर्फबारी के लिए तरसने वाले शिमला शहर में इस विंटर सीजन में जमकर बर्फबारी हुई है। मंगलवार तड़के यहां मौसम का सातवां हिमपात हुआ। मौसम विभाग के मुताबिक शहर में सात सेंटीमीटर के करीब बर्फबारी रिकार्ड हुई है। वहीं कुफरी में एक फुट से अधिक बर्फ गिरी है। इसके अलावा डल्हौजी में 25, कल्पा में 22, ठियोग और भरमौर में 15 और केलंग में 5 सेंटीमीटर ताजा हिमपात हुआ है।
बर्फबारी के कारण शिमला सहित अन्य जिलों में चार नेशनल हाईवे सहित 397 सड़कें अवरूद्व रहीं। अप्पर शिमला का राजधानी से संपर्क दिन भर के लिए कटा रहा। लोकनिर्माण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मंडी जोन में सर्वाधिक 189 सड़कें अवरूद्व हैं। जिनमें अकेले कुल्लु सर्कल की 160 सड़कें शामिल हैं। इसी तरह शिमला जोन की 165 सड़कें भी ठप्प रहीं। इनमें रोहड़ू सर्कल की 97 और रामपुर सर्कल की 73 सड़कें सम्मिलित हैं। कांगड़ा जोन के डल्हौजी सर्कल में 38 सड़कें बर्फबारी से अवरूद्व हैं।
बर्फबारी के कारण शिमला में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। आलम यह है कि शिमला का न्यूनतम तापमान जमाव बिंदू के करीब पहुंच गया है और यह मनाली से भी अधिक ठंडा रहा। शिमला में बीती रात न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मनाली में 0.8 डिग्री रहा।
लाहौल-स्पीति के मुख्यालय केलंग में बीती रात न्यूनतम तापमान -8.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ और यह राज्य में सबसे ठंडा रहा। इसके अलावा किन्नौर के कल्पा में -3.4 डिग्री, कुफरी में -1.7 डिग्री, डल्हौजी में -0.4 डिग्री, शिमला में 0.5, मनाली में 0.8 डिग्री, नाहन में 3.3 डिग्री, धर्मशाला में 3.8 डिग्री, भुंतर में 4.4 डिग्री, पालमपुर व सोलन में 5 डिग्री, मंडी में 5.1 डिग्री, चंबा में 5.8 डिग्री, उना में 9 डिग्री, बिलासपुर में 9.2 डिग्री और हमीरपुर में 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने 20 व 21 फरवरी को उंचे इलाकों में भारी हिमपात व मैदानी क्षेत्रों में जोरदार ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में बदलाव आया है और 25 फरवरी तक राज्य में मौसम खराब बना रहेगा।