नितेश सैनी/सुंदरनगर
महादेव निवासी सोहन सिंह के साथ भूटान में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। बताया जा रहा है कि व्यक्ति की भूटान में किसी सड़क दुर्घटना में मौत हुई है। इतना ही नहीं मौत होने के बाद परिवार को शव देखना भी नसीब नहीं हुआ। क्योकि क्रिश्चियन धर्म के मुताबिक हिन्दू व्यक्ति को दफना दिया गया है। जिससे परिवार चिंतित है। किसी हिन्दू को क्रिश्चियन धर्म के मुताबिक कैसे दफनाया जा सकता है? परिवार का कहना है कि उनकी दुर्घटना में मौत नहीं बल्कि उन्हें मारा गया है। तभी सारे सबूत मिटाने के लिए उन्हें दफना दिया गया।
जानकारी देते हुए मृतक सोहन सिंह के बड़े बेटे सौरभ ने बताया कि उसके पिता सोहन सिंह जेपी कंपनी में बतौर ड्राइवर वर्ष 2008 में नियुक्त हुए थे। 3 वर्ष तक वहां रहने के पश्चात भूटान में कंपनी ने चालक के पद पर स्थानांतरण किया था। उन्होंने कहा कि भूटान में जेपी कंपनी के आदेश पर वर्ष 2011 से 2017 तक चालक के रूप में कार्य किया। सितंबर 2017 में कंपनी से इस्तीफा देकर वापिस अपने घर सुंदरनगर के महादेव आ गए। उन्होंने कहा कि जब उसके पिता महादेव में आए उस समय उनके साथ एक 40 से 45 वर्ष की महिला भी साथ आई थी। इसके बारे में पूछने पर सोहन सिंह ने बताया था कि यह महिला भूटान से हिमाचल देखने आई है। उन्होंने कहा कि 30 सितंबर 2017 को सोहन सिंह उस महिला को भूटान वापिस छोड़ने चले गए। कहा की महिला को भूटान में छोड़कर 1 सप्ताह में घर वापस आ जायेगे। लेकिन भूटान जाने के बाद 15 से 20 दिन तक फोन के माध्यम से संपर्क होता रहा और जल्द घर वापस आने की बात कह कर गए।
मगर 15 से 20 दिन पश्चात अचानक से ही पिता सोहन सिंह का मोबाइल फोन बंद हो गया। परिवार के सदस्यों द्वारा बार-बार कोशिश करने के बावजूद फोन बंद ही मिलता था। उन्होंने कहा कि 4 जनवरी 2019 को किसी व्यक्ति ने फेसबुक पर उसे सोहन सिंह के बारे में पूछा। इस पर सौरभ ने कहा कि सोहन सिंह मेरे पिता है। इस पर उस व्यक्ति ने उसका व्हाट्सएप नंबर मांगा। सौरभ ने बताया कि व्हाट्सएप नंबर देने के बाद उस व्यक्ति ने मैसेज किया कि आप हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के पठानिया से बात कर ले। जब मैंने पठानिया नामक व्यक्ति से फोन पर संपर्क किया तो उसने बताया कि आप के पिता सोहन सिंह की दुर्घटना में मृत्यु हो गई है। सारी कार्रवाई करने के बाद उसे क्रिश्चियन धर्म के अनुसार दफना दिया गया है।
सोहन सिंह के पुत्र सौरव, शिवम और पत्नी लता देवी सहित सोहन सिंह के बड़े भाई भगत राम ने कहा कि इतने लंबे अंतराल के बाद अचानक से मृत्यु हो जाने की सूचना पर शक जाहिर होता है। सोहन सिंह भूटान में किसी षड्यंत्र का शिकार हुए हैं। इसलिए इन्होंने प्रदेश व केंद्र सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द सोहन सिंह के बारे में असली जानकारी परिवार को दी जाए। अगर सोहन सिंह की भूटान में मृत्यु हो गई है तो उसके शव को परिवार को लौटाया जाए। ताकि वे हिंदू धर्म के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार कर सके।
वही पीड़ित परिवार ने डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर और एएसपी मंडी पुनीत रघु से भी मामले को लेकर मुलाकात की है। वहीं जब इस बारे में डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर और एएसपी मंडी पुनीत रघु से दूरभाष पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि परिजनों के पास इस संदर्भ में पुख्ता दस्तावेज नहीं है। एक पोस्टमार्टम रिपोर्ट है जो वेस्ट बंगाल के एक हॉस्पिटल की है। उसी आधार पर वेस्ट बंगाल की पुलिस के साथ सम्पर्क साधकर मामले की जानकारी मांगी गई है। वहां से जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा।